सहकारिता विभाग में करोड़ों का सेब घोटाला। मंत्री बोले, दोषियों पर होगी सख्त कार्यवाही….
देहरादून। जून 2014 में सामने आए 70 करोड़ रुपए के कीवी और सेब के पौध आदि की खरीद के घोटाले के बाद अब सहकारिता विभाग घोटाले की जद में है। उत्तरकाशी के नौगांव में उद्यान से जुड़े करीब 08 करोड़ रुपए का सेब खरीद घोटाला सामने आया है।
विभागीय जांच में प्रारंभिक रूप में घोटाले की पुष्टि किए जाने के बाद अब काबीना मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने एसआईटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) के आदेश जारी कर दिए हैं।
इससे पहले उद्यान विभाग में सामने आए घोटाले में सीबीआई तत्कालीन उद्यान निदेशक हरमिंदर सिंह बवेजा समेत 16 अधिकारियों और अन्य व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज कर चुकी है- डॉ धन सिंह रावत, सहकारिता मंत्री, उत्तराखंड।
नया घोटाला नौगांव सेब सहकारी समिति में सामने आया है। इसकी शिकायत खुद सहकारी समिति की ओर से की गई थी। प्रकरण की जांच राज्य सहकारी बैंक के एमडी नीरज बेलवाल को सौंपी गई थी। उनकी रिपोर्ट के अनुसार किसानों से खरीदे गए ए ग्रेड सेब को कम गुणवत्ता का बताकर घोटाला किया गया है।
दरअसल, सेब उत्पादकों को प्रोत्साहित करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में नौगांव सेब सहकारी समिति को एनसीडीसी प्रोजेक्ट से करीब पौने चार करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। 75 लाख रुपए समिति की ओर से दिए गए, जबकि इतनी ही राशि सेब खरीद करने वाली कंपनी को अपनी जेब से लगाकर खरीद करनी थी।
इस प्रक्रिया में करीब साढ़े आठ करोड़ रुपए के सेब खरीदे गए। तय किया गया था कि खरीदे गए सेब को आगे 14 से 15 करोड़ रुपए में बेचकर 06 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया जाना है। हालांकि, मुनाफा वसूली तो दूर की बात सरकार और समिति के लगाए डेढ़ करोड़ रुपए का निवेश तक फंस गया।
निजी कंपनी ने तर्क दिया कि जो सेब खरीदा गया, वह खराब था। हालांकि, जांच में पाया गया कि सेब ए ग्रेड का था और फर्जीवाड़ा कर रकम डकार ली गई है।
विभागीय मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि एसआईटी जांच में गहरे तक घोटाले की परतें उघाड़कर दोषियों पर शिकंजा कसा जाएगा। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।