टारगेट पूरा न होंगे पर बैंक मैनेजर ने खोल डाले जालसाजों के खाते, ऐसे हुआ खुलासा
Fake Accounts In Bank: अपना टारगेट पूरा नहीं होने पर डिप्टी मैनेजर ने ऐसी करतूत कर डाली के अब हर कोई हैरान दिखाई दे रहा है।
उन्होंने जलसाजों के फर्जी खाते खोल दिए, इसके बाद अब यह खुलासा हुआ तो काफी बवाल मच गया है। अब इस बैंक का कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
एक बेहद हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है जब हरियाणा से सटे गुरुग्राम की साइबर पुलिस ने निजी क्षेत्र के एक बैंक के उप प्रबंधक को मुंबई में गिरफ्तार कर लिया।
बैंक कर्मी पर लक्ष्य पूरा करने के लिए जलसाजो के फर्जी खाता खोलने का आरोप है।अधिकारियों ने यह जानकारी दी है उनका कहना है कि बैंक कार्मिक ने कथित तौर पर करीब 5 फर्जी खाता खोले जिसमे लाखों रुपए जमा किए।
असल में अधिकारियों का कहना है कि निजी बैंक की मुंबई शाखा में बतौर उप प्रबंधक पर कार्य कर रहे युसूफ मोहम्मद को सोमवार को गिरफ्तार किया गया।
एसीपी (साइबर) प्रियांशु दीवान ने बताया कि साइबर ठगों ने आरोपी बैंक उप प्रबंधक द्वारा उन्हें मुहैया कराए गए खाते में फर्जी तरीके से 19 लाख रुपये जमा कराए।
अब तक आरोपी ने साइबर ठगों को करीब पांच खाते मुहैया कराए हैं। दीवान ने कहा अब तक हम इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुके हैं।
45 लाख रुपये की ठगी
उनका कहना है कि हमने पूर्व में भी साइबर ठगी में लिप्त 12 बैंक कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक 10 नवंबर 2022 को एक शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसमें शिकायतकर्ता ने फर्जी वेबसाइट के जरिये क्रिप्टोकरेंसी बाजार में निवेश करने के नाम पर 45 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया था। उसने बताया कि प्राथमिकी गुरुग्राम साइबर अपराध (पूर्व) पुलिस थाना में दर्ज की गई थी।
लक्ष्य पूरा करने के लिए
पुलिस का कहना है कि निरीक्षक सवित कुमार के नेतृत्व में टीम ने मामले की जांच की और सोमवार को मुंबई के अंधेरी निवासी मोहम्मद को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने खुलासा किया कि लक्ष्य को पूरा करने के लिए उसने फर्जी बैंक खाते खोले और ठगों को उपलब्ध कराया। फिलहाल अब इस बैंक कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है।