बिग ब्रेकिंग: बद्रीनाथ में VIP दर्शन व्यवस्था खत्म। आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा शुरू

बद्रीनाथ में VIP दर्शन व्यवस्था खत्म। आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा शुरू

  • चारधाम यात्रा को सुगम-सुरक्षित बनाने के लिए तीन मजिस्ट्रेट तैनात, दो दिन नहीं होंगे ऑफलाइन पंजीकरण

देहरादून। लोगों के आक्रोश को देखते हुए सोमवार को किसी को भी वीआईपी दर्शन के लिए नहीं भेजा गया, जिससे आम तीर्थयात्रियों ने आसानी से भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए।

बदरीनाथ धाम में भारी विरोध प्रदर्शन के बाद बीकेटीसी की ओर से शुरू की गई वीआईपी दर्शन व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। अब सिर्फ वही लोग वीआईपी दर्शन कर पाएंगे, जिनके लिए सरकार की ओर से प्रोटोकॉल जारी किया गया होगा।

हालांकि, स्थानीय लोगों को मंदिर में आने-जाने पर किसी तरह की रोक नहीं रहेगी। सोमवार सुबह बदरीनाथ धाम में पंडा समाज, तीर्थ पुरोहित, होटल व्यवसायी और स्थानीय लोग वीआईपी व्यवस्था समाप्त करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।

तभी कुछ देर बाद बामणी गांव की महिलाएं भी वहां पहुंच गईं। इसके बाद स्थानीय लोगों ने साकेत तिराहे पर जिला प्रशासन और बीकेटीसी के खिलाफ नारेबाजी की।

प्रदर्शनकारी स्थानीय लोगों और तीर्थ पुरोहितों को मंदिर में जाने से नहीं रोकने, कुबेर गली में मार्ग पर लगे बैरियर और वीआईपी वेटिंग रूम को हटाने की मांग कर रहे थे। लोगों का कहना था कि बीकेटीसी ने जो वीआईपी दर्शन की व्यवस्था शुरू की है, उससे आम श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए घंटों लाइन में इंतजार करना पड़ रहा है।

चारधाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के महासचिव डॉ. बृजेश सती ने कहा, मंदिर समिति की ओर से वीआईपी कल्चर शुरू किया गया है, वो पूरी तरह से खत्म हो। बदरीश पंचायत समिति के अध्यक्ष प्रवीन ध्यानी ने कहा, धाम में विभिन्न समस्याओं को लेकर मंगलवार को सुबह 11 बजे आमसभा आयोजित की जाएगी।

प्रदर्शनकारियों में होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहता, उमेश सती, अशोक टोडरिया, अतुल टोडरिया, संदीप भट्ट, गौरव पंचभैया, नीरज मोतीवाल, नरेशानंद, सुधाकर सहित बामणी गांव की महिलाएं, स्थानीय लोग व तीर्थ पुरोहित शामिल रहे।

वीआईपी एंट्री बंद होने से आम श्रद्धालुओं को राहत
जिस कुबेर गली से वीआईपी को अंदर भेजा जाता है, वहां पर सुबह ही स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे सोमवार को कोई भी वीआईपी मंदिर परिक्रमा स्थल तक नहीं जा पाया।

हालांकि, बाद में लोग साकेत तिराहे पर प्रदर्शन करने आ गए। लोगों के आक्रोश को देखते हुए सोमवार को किसी को भी वीआईपी दर्शन के लिए नहीं भेजा गया, जिससे आम तीर्थयात्रियों ने आसानी से भगवान बदरीविशाल के दर्शन किए।

बदरीनाथ धाम में वीआईपी दर्शन व्यवस्था को खत्म कर दिया गया है। जिन वीआईपी को सरकार की ओर से प्रोटोकॉल जारी होगा, उनको ही वीआईपी दर्शन की अनुमति होगी। स्थानीय लोगों की सभी मांगों को मान लिया गया है। –चंद्रशेखर वशिष्ट, एसडीएम, जोशीमठ

आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा शुरू

काठगोदाम से आदि कैलाश यात्रा का पहला दल रवाना होने के साथ ही इस वर्ष की आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा शुरू हो गई है। कुमाऊं मंडल विकास निगम के टूरिस्ट रेस्ट हाउस काठगोदाम से महाप्रबंधक विजयनाथ शुक्ल ने आदि कैलाश यात्रा के पहले डाल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इससे पूर्व यात्रा करने आए श्रद्धालुओं का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। कुमाऊं मंडल विकास निगम के महाप्रबंधक विजय नाथ शुक्ल ने बताया कि पहले दाल में 49 यात्री हैं जो 8 दिन में आदि कैलाश और ओम पर्वत की यात्रा के साथ-साथ कुमाऊँ मंडल के मंदिरों के दर्शन कर आएंगे।

उन्होंने बताया कि कल 488 लोगों ने देश भर से इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन किया है और कुमाऊं मंडल विकास निगम द्वारा यात्रियों की सुख सुविधा रहने और खाने की पूरी व्यवस्था यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावो में की गई है। पिथौरागढ़ चीन बॉर्डर पर आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन के लिए हर साल देश और दुनिया से सैकड़ो यात्री यहांआते हैं।

चारधाम यात्रा को सुगम-सुरक्षित बनाने के लिए तीन मजिस्ट्रेट तैनात, दो दिन नहीं होंगे ऑफलाइन पंजीकरण

चारधाम पर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह भी निर्णय लिया गया है कि बुधवार और बृहस्पतिवार को यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं किए जाएंगे।लगातार बढ़ रहे पंजीकरण के बीच चारधाम यात्रा को सुरक्षित व सुगम बनाने के लिए सरकार ने तीन जिलों में तीन मजिस्ट्रेट और एक सीओ की तैनाती कर दी है।

ये भी तय किया गया है कि बुधवार व बृहस्पतिवार को ऑफलाइन पंजीकरण नहीं किए जाएंगे। साथ ही हर जिले में सौ-सौ होमगार्ड तैनात किए जाएंगे।आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में सोमवार को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री आरके सुधांशु, सचिव मुख्यमंत्री विनय शंकर पांडेय, डीजीपी अभिनव कुमार व उनकी मौजूदगी में बैठक आयोजित हुई।

जिसमें निर्णय लिया गया कि चमोली, रुद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी में चारधाम यात्रा के दृष्टिगत एक-एक मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी। इनकी तैनाती के आदेश भी गढ़वाल आयुक्त के स्तर से जारी कर दिए गए हैं।इनको जिलाधिकारी अपने अनुसार कार्य का आवंटन करेंगे।

सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने बताया कि चारधाम पर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह भी निर्णय लिया गया है कि बुधवार और बृहस्पतिवार को यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं किए जाएंगे।

पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने बताया कि बैठक में प्रत्येक जनपद में सौ-सौ अतिरिक होमगार्ड भी दिए जाएंगे एवं उत्तरकाशी में एक अतिरिक्त पुलिस क्षेत्राधिकारी की तैनाती भी की जाएगी।