मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने मंत्रिमंडल के साथ दिया सामूहिक इस्तीफा
लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में भाजपा को लगातार झटके लग रहे हैं। राज्य में भाजपा और जननायक जनता पार्टी यानी जजपा का गठबंधन टूट गया है। वहीं, सीएम मनोहर लाल खट्टर के भी इस्तीफा दे दिया है।
राजभवन पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने मंत्रिमंडल के साथ सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि दोपहर 1 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि जजपा हरियाणा में 1 से 2 लोकसभा सीटें मांग रही थी जबकि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व और राज्य संगठन सभी 10 सीटों पर खुद लड़ने के पक्ष में है। यही टूट की वजह है।
उधर, राजभवन में भी गहमागहमी है। यहां पर एक हजार लोगों के लंच का इंतजाम किया गया है। सूत्रों की मानें तो यहां नए सिरे से शपथग्रहण समारोह हो सकता हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मनोहर लाल समेत पूरी कैबिनेट ने सीएम आवास में मीटिंग के बाद राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया. साथ ही BJP सरकार के मंत्रिमंडल के सामूहिक इस्तीफे की खबर भी सामने आ रही हैं।
इसके बाद नए सिरे से हरियाणा सरकार का गठन किया जाएगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी (JJP) नए मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होगी. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक JJP को मंत्रिमंडल से अलग करने के लिए ये रणनीति बनाई गई है।
जानकारी के अनुसार, 12 मार्च को हरियाणा बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में शामिल होने के लिए अर्जुन मुंडा और तरुण चुग पर्यवेक्षक के तौर पर जा रहे हैं।
वहीं, दूसरी तरफ राज्य के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की 12 मार्च को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात होने वाली है। इस दौरान लोकसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर चर्चा होगी। दरअसल JJP, BJP से लोकसभा चुनाव में 1 से 2 सीटों की मांग कर रही है।
इससे पहले 11 मार्च को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी दुष्यंत चौटाला ने मुलाकात की थी, लेकिन चुनाव में गठबंधन को लेकर बात नहीं बन पाई।
दरअसल जो रिपोर्ट्स सामने आ रही है, उसके मुताबिक BJP लोकसभा चुनाव में JJP को एक भी सीट देने के पक्ष में नहीं है. बीजेपी अकेले दम पर सभी दस सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।
हरियाणा के निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत के मुताबिक बीजेपी-जेजेपी गठबंधन टूटने की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा, मैंने कल मुख्यमंत्री खट्टर से मुलाकात की थी।
हम पहले ही सीएम खट्टर की सरकार को अपना समर्थन दे चुके हैं। हम लोकसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा कर सकते हैं। मुझे लगता है कि जेजेपी से गठबंधन टूटने की प्रक्रिया पहले से ही शुरू हो गई है।
नंबर गेम क्या है?
90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में बीजेपी के पास 41 विधायक हैं। जबकि बीजेपी के साथ 6 निर्दलीय विधायक भी हैं। वहीं गोपाल कांडा के हरियाणा लोकहित पार्टी के एक विधायक का भी बीजेपी को समर्थन प्राप्त है।
ऐसे में भाजपा सरकार के पास कुल 48 विधायक हैं। बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए। ऐसे में जेजेपी के 10 विधायकों के चले जाने के बाद भी बीजेपी की सरकार को खतरा नहीं है।
वहीं, कांग्रेस पार्टी के पास 30 विधायक हैं. जबकि इंडियन नेशनल लोकदल के पास भी एक विधायक है. वहीं एक निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू का भी विपक्ष को समर्थन मिल रहा है।