एक्सक्लूसिव: मरीजों की जान से खिलवाड़ करता उप जिला चिकित्सालय। रात्रि में नहीं मिलता इमरजेंसी में इलाज

मरीजों की जान से खिलवाड़ करता उप जिला चिकित्सालय। रात्रि में नहीं मिलता इमरजेंसी में इलाज

  • एक-एक घंटे तक नहीं छोड़ते चिकित्सक बिस्तर!
  • सीएमएस को नहीं सुनाई देता मरीजों का कराहना
  • हालात नहीं सुधरे तो मोर्चा करेगा गैर जिम्मेदारों का इलाज।

विकासनगर। उप जिला चिकित्सालय, विकास नगर में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक की लापरवाही के कारण रात्रि कालीन समय में इमरजेंसी के वक्त गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज को इलाज नहीं मिल पाता।

ऐसे वक्त में जब मरीज के लिए एक-एक सेकंड भारी होता है, ड्यूटी में तैनात चिकित्सक का अपने घर में आराम फरमाना बहुत ही कष्टकारी होता है। इस दौरान मरीज का इलाज कर्मचारियों के हाथों होता है।

स्थानीय लोगों द्वारा लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए जनसंघर्ष मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी ने एक वार्ता के दौरान मीडिया को बताया कि, इमरजेंसी हेतु रात्रि कालीन समय में तैनात चिकित्सक एक -एक घंटे तक बिस्तर छोड़ने को तैयार नहीं होते, जिस कारण मरीजों की जान पर बन आती है तथा परिजन मरीज को अन्यत्र इलाज हेतु ले जाने को मजबूर हैं।

लेकिन इन सभी बातों से बेखबर सीएमएस को कोई चिंता नहीं है। इसके अतिरिक्त चिकित्सालय में सफाई के नाम पर सिर्फ गंदगी का साम्राज्य हो रखा है। अगर सीएमएस ने व्यवस्थाएं नहीं सुधारी तो मोर्चा शीघ्र ही इलाज करेगा।