श्री महंत देवेंद्र दास जी महाराज की छवि खराब करने वालों पर होगी बड़ी कानूनी कार्रवाई
- जल्द बेनकाब होंगे साजिशकर्ता, सलाखों के पीछे जाएंगे
- 5 करोड़ की मानहानि का दावा करेगा श्री दरबार साहिब
- कोर्ट और पुलिस को गुमराह कर इस बार भू-माफियों ने श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज के विरुद्ध रची है बड़ी साजिश
देहरादून। श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज और श्री दरबार साहिब की छवि को खराब करने वाले भूमाफियाओं और साजिशकर्ताओं के खिलाफ श्री दरबार साहिब प्रबंधन बड़ी कारवाई करने जा रहा है। पुलिस और कोर्ट को गुमराह कर कुछ भूमाफिया और साजिशकर्ताओं ने मिलकर इस बार श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज के खिलाफ कनखल हरिद्वार में बड़ी साजिश रची है।
श्री महाराज जी का नाम इस्तेमाल कर श्री दरबार साहिब और श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज की छवि को खराब करने की कोशिश को गई है। इस घटनाक्रम से श्री दरबार से जुड़ी लाखों-करोड़ों संगतों में भारी रोष व्याप्त है।
श्री दरबार साहिब की विधि विशेषज्ञों की टीम न्यायिक प्रक्रिया के अनुसार इस साजिश से जुड़े लोगों के खिलाफ 5 करोड़ के मानहानि का मुकदमा दायर करने जा रही है। यह जानकारी श्री दरबार साहिब के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी भूपेंद्र रतूड़ी ने दी।
श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज के नाम देहरादून सहित देश विदेश में हजारों हेक्टेयर जमीन है. कनखल हरिद्वार में एक 3 बिस्वे के छोटे से भूखंड में श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज का नाम जोड़कर उस छोटे से भूखंड का फर्जीवाड़ा बताना बेहद हास्यास्पद और चौकाने वाला है।
काबिलेगौर है कि, कनखल की इस तीन बिस्वा के छोटे से भू खंड पर 2004 से विवाद बताया जा रहा है। वर्ष 2023 में अचानक इस मामले से जुड़े तथ्यों के साथ छेड़ छाड़ कर इसे सनसनीखेज बनाया गया है।
श्री दरबार साहिब प्रबंध समिति ने जानकारी दी कि साजिशकर्ताओं ने शिकायतकर्ता शिवदत्त जोशी, पुलिस और कोर्ट के सामने गलत और भ्रामक तध्य रखकर मुकदमे की भूमिका तयार की।
श्री दरबार साहिब प्रबंध कमेटी ने श्रीमहंत देवेंद्र दास जी महाराज का नाम साजिशन जोड़े जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। ये पूरा मामला बड़ी और विस्तृत जांच से जुड़ा है। जांच पूरी हो जाने के बाद सच्चाई सबके सामने होगी और साजिशकर्ता मीडिया के सामने माफी मांगेंगे।
श्री दरबार साहिब प्रबंध समिति ने भी यह दावा किया है कि, शीघ्र ही साजिशकर्ताओं के नाम खोले जायेंगे होंगे और साजिशकर्ता सलाखों के पीछे होंगे।