बड़ी खबर: आफत की बरसात। इस जिले में दो राजमार्ग समेत 27 मार्ग बंद। यहां दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत

आफत की बरसात। इस जिले में दो राजमार्ग समेत 27 मार्ग बंद। यहां दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत

  • गौरीकुंड हादसे में लापता 20 लोगों का नहीं मिला सुराग

हल्द्वानी। नैनीताल जिले में पिछले तीन दिनों से हुई बरसात लोगों पर भारी पड़ रही है। कई जगह घरों को नुकसान पहुंचा है तो दूसरी तरफ पहाड़ों को जाने वाले रास्ते बंद हैं।

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक जो राज्य मार्ग एक जिला मार्ग सहित कुल 27 मार्ग बंद है, जिन्हें खुलवाने का काम जेसीबी द्वारा किया जा रहा है।

वहीं दूसरी ओर आज भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसको देखते हुए जिलाधिकारी ने स्कूलों में छुट्टियां भी घोषित की है।

खासकर हल्द्वानी के रकसिया नाला और कलसिया नाला ने तबाही मचा रखी है। लगभग 100 से अधिक लोगों को राहत कैंप में ठहराया गया है। कई घर नदी की चपेट में आ गए हैं।

गौरीकुंड हादसे में लापता 20 लोगों का नहीं मिला सुराग

बीते 3 अगस्त की रात्रि लगभग 11.30 बजे गौरीकुंड डाटपुल के समीप भारी भूस्खलन से हाईवे किनारे बनी तीन दुकानें भी बह गई थीं, जिसमें 23 लोग बह गए थे। जिनमें से तीन शव मिल गए थे। लेकिन 20 अब भी लापता हैं।गौरीकुंड भूस्खलन हादसे में लापता नेपाली मूल के 14 लोगों के बारे में जिला प्रशासन ने नेपाल दूतावास से भी उनके बारे में जानकारी मांगी है।

साथ ही पुलिस से भी यात्रा के दौरान बाहरी लोगों के सत्यापन के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। भूस्खलन हादसे के छह दिन बाद भी नेपाली मूल व अन्य सहित कुल 20 लोगों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

बीते 3 अगस्त की रात्रि लगभग 11.30 बजे गौरीकुंड डाटपुल के समीप भारी भूस्खलन से हाईवे किनारे बनी तीन दुकानें भी बह गई थी जिसमें 23 लोग बह गए थे। जिनमें से तीन शव मिल गए थे।

लेकिन 20 अब भी लापता है।जिला प्रशासन के अनुसार, लापता लोगों में चार रुद्रप्रयाग, दो आगरा के हैं। शेष 14 लोग नेपाली मूल के हैं उनके बारे में नेपाल दूतावास से भी संपर्क किया गया है। नेपाली मूल के ये लोग कब नेपाल से भारत आए और उनके घर-परिवार के बारे में जानकारी मांगी गई है।