एक्सक्लूसिव: छावनी परिषद की जनता में पानी के लिए मचा हाहाकार

छावनी परिषद की जनता में पानी के लिए मचा हाहाकार

– करोड़ो की लागत से बनी पम्पिंग पेयजल योजना हुई फेल

लैंसडाउन। आजकल उत्तराखंड में भी गर्मी चरम सीमा पर पर है और इस समय तमाम जल स्रोत भी सूखने की कगार पर खड़े हैं।

शासन द्वारा जल जीवन मिशन के तहत घर घर नल तो दिए गए हैं, लेकिन उनमें पानी कहाँ से उपलब्ध होगा ये आज भी एक बड़ा प्रश्न बना हुआ है।

मामला गढ़वाल राइफल रेजिमेंट के सेंटर लैंसडाउन का है। इस इलाके के रैवासियो की प्यास बुझाने के लिए सरकार द्वारा एक बहुत बड़ी योजना बनाई गई थी, इस योजना का नाम है भैरव गढ़ी पंपिंग पेयजल योजना जो कि, लैंसडाउन जहरीखाल गुमखाल आदि क्षेत्रों के लिए बनाई गई थी।

लेकिन ये योजना भी गर्मियो में दम तोड़ने लगी है। यह कहना है कि, लैंसडाउन की जनता का उनका कहना है कि, उन्हें विगत 2 माह से मात्र 15 मिनट पानी मिल रहा है और गर्मी बढ़ने की वजह से पानी की खपत ज्यादा बढ़ गई है।

करोड़ो की लागत से बनी भैरव गढ़ी पम्पिंग पेयजल योजना जलापूर्ति कराने में विफल हो रही है। इस योजना से स्थानीय लोगो को मात्र15 मिंट पानी मिल रहा है।

इस मामले में लैंसडाउन की स्थानीय जनता द्वारा छावनी परिषद के अधिकारियों से बात की गई तो अधिकारियों का कहना है कि, जल्दी पानी उपलब्ध करा दिया जाएगा। लेकिन वह जल्दी कब आएगा? बरसात के बाद आएगा या फिर अगले साल आएगा! यह आगे देखने वाली बात होगी।

इस मामले में स्थानीय विधायक दिलीप सिंह रावत से भी बात की गई तो उनका कहना था कि, छावनी परिषद केंद्र के अंडर में आता है। आखिर विधायक महोदय यह भूल गए कि, केंद्र में भी उन्हीं की सरकार है और वह चाहे तो डायरेक्ट केंद्र से भी बात कर सकते हैंम लेकिन वह शायद ऐसा आने वाले 2024 के चुनाव में करेंगे। उससे पहले चाहे जनता तडफे या मरे इसमें उनका क्या जाता है!….