अलर्ट मोड पर आबकारी विभाग। ड्रोन कैमरे से रखी जा रही अवैध शराब कारोबारियों पर नजर
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। जिला पंचायत चुनाव में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी, मगर उसके बावजूद भी अवैध शराब का काला कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
अब हरिद्वार आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन बड़े पैमाने पर अवैध शराब के खिलाफ अभियान चला रहा है। पूरे जिले में आबकारी विभाग और पुलिस द्वारा शराब की अवैध भट्टियों और कई हजार कुंटल लहन भी नष्ट की गई है। अवैध शराब कारोबारियों पर कार्रवाई करने के लिए ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जा रही है।
हरिद्वार जिला आबकारी अधिकारी प्रभा शंकर मिश्रा का कहना है कि, सितंबर महीने में जहरीली शराब की घटना घटित हुई थी, उसके बाद से ही आबकारी विभाग पूरे अलर्ट मोड पर है।
अब तक हमारे द्वारा अवैध शराब बनाने वाली 200 भट्टियों को नष्ट किया गया है और करीब 70 हजार कुंटल लहन को भी नष्ट की गई है।
पांच हजार लीटर कच्ची शराब बरामद की है। हमारे द्वारा 400 के करीब छापेमारी की कार्रवाई की गई है। हमारा रेवेन्यू का लक्ष्य 342 करोड़ है।
अब तक हमने 294 करोड़ का रेवेन्यू प्राप्त किया है। 15 दिन के अंदर आबकारी विभाग द्वारा 243 छापेमारी की कार्रवाई कर 50 मुकदमे दर्ज किए है।
प्रभा शंकर मिश्रा का कहना है कि, पूरे जिले में आबकारी विभाग की चार टीमें छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। देहात क्षेत्र में पथरी नाले के पास दो दर्जन के करीब गांव के आस-पास जंगल है। जहां पर अवैध शराब का बड़े पैमाने पर कारोबार किया जाता है।
हमारे द्वारा लगातार यहां पर सीमित संसाधन के माध्यम से कार्रवाई की जा रही है। आबकारी टीम को तब दिक्कत आती है जब अवैध शराब तस्कर जंगल या नदी के किनारे अवैध शराब बनाने का कार्य करते हैं।
हमारी टीम जब मौके पर पहुंचती है तो वो वहां से फरार हो जाते हैं, उसके बावजूद भी हमने कई गिरफ्तारियां की है।
इनका कहना है कि, हमारी कोशिश है। पूरे जिले से अवैध शराब का कारोबार बंद हो, जिससे जनहानि भी ना हो और रेवेन्यू भी बढ़ सके।