रेलवे अतिक्रमण मामला। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का नम आंखों से इंतजार। मांगी हजारों दुआएं

रेलवे अतिक्रमण मामला। सुप्रीम कोर्ट के फैसले का नम आंखों से इंतजार। मांगी हजारों दुआएं

हल्द्वानी। बनभूलपुरा रेलवे अतिक्रमण मामले की सुनवाई आज सुप्रीम कोर्ट में होनी है, जो कि कुछ ही देर में शुरू होगी। लेकिन उससे पहले बनभूलपुरा के राजकीय कन्या इंटर कॉलेज के पास बड़ी संख्या में महिलाओं ने रेलवे अतिक्रमण की कार्रवाई रोकने को लेकर दुआएं मांगी।

इस दौरान स्थानीय महिलाओं ने कहा कि, यह जमीन उनकी है। यहां पर उनके पूर्वज 70 से कई अधिक सालों से अधिक समय से रह रहे हैं। यहां पर वह बिजली का बिल, पानी का बिल और हाउस टैक्स भी दे रहे हैं, लेकिन रेलवे झूठे दावे कर रहा है।

उनका कहना है कि, यह जमीन रेलवे की नहीं है और वह हर कीमत पर अपनी जमीन नहीं छोड़ेंगे और आखरी दम तक वह अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक लड़ेंगी।

गौरतलब है कि, बीते 20 दिसंबर को नैनीताल हाईकोर्ट ने रेलवे को अपनी अधिक्रमित भूमि को काली करने के निर्देश दिए जिसके बाद से ही रेलवे और स्थानीय प्रशासन अतिक्रमण हटाओ अभियान के लिए पूरी तैयारी कर चुका है।
इस बीच बनभूलपुरा के लोग सुप्रीम कोर्ट की शरण में गए हैं जहां आज सुनवाई होनी है लोगों का कहना है 1910 के बाद से बनभूलपुरा में गफूर बस्ती, ढोलक बस्ती और इंदिरा नगर कॉलोनियों के ‘कब्जे वाले इलाकों’ में रह रहे हैं।
इस क्षेत्र में 4 सरकारी स्कूल, 10 निजीस्कूल , एक बैंक, चार मंदिर, दो मजार, एक कब्रिस्तान और 10 मस्जिदें हैं। ये पिछले कुछ दशकों में बनी हैं।
बनभूलपुरा में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय भी है। जो 100 साल से अधिक पुराना बताया जाता है।