सड़क की आस में पिनाऊ के ग्रामीण। बोले, मेलो से नहीं सड़क मार्ग से होगा गांव का विकास
रिपोर्ट- गिरीश चन्दोला
थराली। मेलो से नहीं सड़क मार्ग से होगा गांव का विकास। लेकिन धरातल पर आज भी सड़क सुविधा के नाम पर फाइलों में लगी धूल। वही देश के प्रधानमंत्री का सपना आज भी दूरस्थ क्षेत्रों में नहीं हुआ साकार।
सड़क की आस में आज भी लोगों को मिलों की दूरी तय कर पैदल अपने आशियाने तक पहुंचने के लिए मजबूर होना पढ़ रहा है।
देश के अंतिम गांव तक सड़क मार्ग को जोड़ने की जो बात देश के प्रधानमंत्री हर रोज करते हैं, लेकिन आज भी उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्र चमोली के देवाल विकासखंड के उत्तर प्रदेश सरकार में तत्कालीन विधायक रहे स्वर्गीय शेर सिंह दानू के गांव सड़क नहीं पहुंची।
23 नवंबर से देवाल विकासखण्ड के लोहाजंग में पूर्व विधायक शेर सिंह दानू स्मृति मेले में शुक्रवार को बार एसोशिएशन थराली के अध्यक्ष और पूर्व ब्लॉक प्रमुख देवाल डीडी कुनियाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
मेले में जहां संस्कृति कला मंच की रंगारंग प्रस्तुतियों ने वाहवाही लूटी। वहीं कलाकारों ने नाटको के जरिये पर्यावरण संरक्षण और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ भी संदेश दिया।
मेला कमेटी ने सरकार से पूर्व विधायक स्व शेर सिंह दानू की स्मृति में विगत 7 वर्षो से चल रहे मेले को राजकीय मेला घोषित करने के साथ ही पूर्व विधायक स्व शेर सिंह दानू के पैतृक गांव पिनाउ तक सड़क पहुंचाने की मांग की।
आपको बता दें कि, पूर्व विधायक शेर सिंह दानू वर्ष 1969-74 के बीच तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार में चमोली जनपद के दूरस्थ गांव पिनाउ से जनसंघ के टिकट पर बद्री केदार विधानसभा सीट से चुनाव लड़े और विधायक चुने गए।
लेकिन उत्तराखंड के गठन से अब तक भी उनके गांव में सड़क नहीं पहुंच पाई है। वर्ष 2019 में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा के बावजूद भी न तो पिनाउ सड़क से जुड़ पाया है और न ही इस दिशा में कोई सकारात्मक कदम सरकार उठा पाई है।