BRO और प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी की सांठ-गांठ जनता को खिला रही धूल। बीमारियों का बढ़ा खतरा, बेखबर प्रशासन
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग पर इन दिनों स्थानीय लोगों एवं व्यापारियों का जीना दुभर हो गया है, जिससे लोगों में बीमारी का भय बना हुआ है।
कर्णप्रयाग-ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग रामजसपुरी (बुसेड़ीपुल) पर सीमा सड़क संगठन के द्वारा पुल निर्माण का कार्य किया जा रहा है। वही निर्माणदायी संस्था बीआरओ के द्वारा स्थानीय लोगों एवं व्यापारियों की जान को खतरे में डालकर कार्य किया जा रहा है।
पुल निर्माण के दौरान एवं भूस्खलन होने से सड़क पर कीचड़ और धूल से लोगों का जीना दुभर हो गया है। जिसकी शिकायत स्थानीय लोगो एवं व्यापारियों ने B R O के आलाधिकारी को भी की।
लेकिन इसमें कोई भी सकारात्मक जवाब B R O के द्वारा नहीं दिया जा रहा है। सड़क पर उड़ने वाली धूल से बीमारी का खतरा बढ़ने का भय लोगों को सता रहा है।
बीआरओ के द्वारा निर्माणाधीन पुल का कार्य प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। लेकिन प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी के द्वारा निर्माणाधीन पुल के आस-पास कोई भी पानी का टैंकर खड़ा किया गया, जिससे यहां से गुजरने वाले गाड़ियों के टायरों से उड़ने वाली धूल से जनता परेशान है।
बीआरओ इस बात को भूल चुका है कि, कार्यदाई संस्था को निर्माण कार्य स्थल पर एवं जिन स्थानों पर धूल उड़ती है। वहां पर पानी का छिड़काव किया जाता है। इससे साफ जाहिर होता है।
बीआरओ एवं प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी की सांठ-गांठ है यह साफ जाहिर हो रहा है और जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। आखिर इस लापरवाही पर बीआरओ के उच्चाधिकारी क्यों मौन हैं? यह अपने आप में सबसे बड़ा सवाल खड़ा करता है।
स्थानीय व्यापारी लीलानंद चंदोला, लक्ष्मण सिंह नेगी, दयाल कुमार, दीपक, दयाल सिंह, राजेन्द्र, हरि दत्त, बाला दत्त, मनीष, मनोज आदि लोगों का कहना है। सड़क पर उड़ती धूल से बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।
वहीं स्थानीय व्यापारियों के भी दुकानों के अंदर धूल जाने से व्यापारी भी परेशान हैं। इसकी शिकायत कई बार प्रशासन को भी दी गई, लेकिन प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।
बीआरओ के सहायक अभियंता प्रदीप कुमार ने बताया कि, बीआरओ के पास वर्तमान में पानी का कोई टैंकर नहीं है, संबंधित ठेकेदार को पानी के छिड़काव के लिए बताया गया है।