अपराध: पुलिस के हत्थे चढ़े संदीप कार्की हत्याकांड के आरोपी। भेजा जेल

पुलिस के हत्थे चढ़े संदीप कार्की हत्याकांड के आरोपी। भेजा जेल

रिपोर्ट- दिलीप अरोरा
पंतनगर। बीते शनिवार शान्तिपूरी न०3 में एक हत्याकांड हुआ था। जिसमें भाजपा नेता संदीप कार्की की गोली मारकार हत्या कर दी गयी थी। दरअसल, खनन पट्टा खेतों के पास खनन के वाहनों को रास्ते से हटाने को लेकर संदीप सिंह कार्की पुत्र जगत सिंह कार्की निवासी शान्तिपुरी न० 3 थाना पन्तनगर जनपद उधम सिंह नगर का दीपक सिंह, मोहन सिंह से विवाद हो गया था।

मोहन सिंह व दीपक सिंह द्वारा मौके पर ललित मेहता को हथियार पिस्टल के साथ बुलाया गया और बाद में विवाद इतना बड़ गया कि, मौके पर तीनों ने एक राय होकर ललित मेहता ने पिस्टल से संदीप कार्की की छाती में गोली मार दी और मौके से फरार हो गये। जिसके बाद संदीप के परिजनों उसे किच्छा सरकारी अस्पताल लाये, जहाँ से उसे रेफर कर दिया गया था। जिसके बाद रुद्रपुर मेडिसिटी में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।

इसके बाद मृतक के भाई किशन सिंह कार्की द्वारा थाना पन्तनगर जनपद उधमसिंहनगर को आरोपियों पर कार्यवाही हेतु तहरीर दी गयी और क्षेत्रीय सांसद अजय भट्ट ने भी इस मामले में एसएसपी से बात कर आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की बात कही थी।

इस पर पुलिस ने कप्तान के दिशा-निर्देश और मार्गदर्शन में क्षेत्राधिकारी पन्तनगर के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक पंतनगर एवं SOG उधमसिंहनगर को आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया तथा उक्त घटना के अनावरण हेतु टीमें गठित की गयी।

उक्त टीमो द्वारा संयुक्त प्रयास करते हुए घटनास्थल के आस-पास के CCTV फुटेज एंव संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ के उपरान्त अहम दस्तावेज और सबूतों को जुटाते हुए घटना के विभिन्न कारणों एवं विवादो पर कार्य करते हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगातार दबिश जारी रखी।
जिसके परिणाम स्वरूप पुलिस ने एक प्राप्त सूचना के आधार पर लालकुआ रोड मन्दिर-मस्जिद के पास से मोहन सिंह मेहता को गिरफ्तार कर लिया।

अभियुक्त ललित सिंह मेहता को नगला बाई पास से आगे लालकुआं रोड पर गिरफ्तार किया गया, तथा तीसरे आरोपी दीपक मेहता को भी गिरफ्तार कर लिया गया। जिनसे विस्तृत पूछताछ की गयी। इसके बाद अभियुक्त ललित मेहता की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त देसी पिस्टल 32 बोर व घटना में प्रयुक्त कार क्रेटा को बरामद किया गया।

पुलिस के अनुसार अभियुक्तगण द्वारा विस्तृत पूछताछ की गई तो बताया गया कि, ” उनके और मृतक संदीप सिंह कार्की के मध्य खनन कार्यों को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। हमको शक था कि, हमारी जे०सी०बी खनन अधिकारियों द्वारा संदीप कार्की व पंकज जोशी की शिकायत पर पकड़ी गयी थी, जिस पर हमे 2,50,000 रुपये जुर्माना देना पड़ा था। जिस कारण रंजिश और गहरी हो गयी थी।

हमारी जे०सी०बी का डाईवर घटना के दिन नहीं आया था। हमने पंकज जोशी को उसकी जेसीबी से गाड़ी भरने के लिए कहा तो उसने मना कर दिया, तब बात बढ़ गयी जिससे हमारी बेईज्जती हो गयी, तब हमने अपना ट्रक रास्ता रोकने के लिए खड़ा कर दिया। जिससे विवाद बढ़ गया।

संदीप कार्की बीच-बचाव करने लगा, तथा पंकज जोशी का पक्ष लेने लगा, तब ललित मेहता ने संदीप कार्की को अपनी पिस्टल से गोली मार दी और मौके से क्रेटा गाड़ी से फरार हो गये। खनन के वर्चस्व को लेकर उक्त विवाद हुआ था।

ललित मेहता का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। वही पुलिस टीम को जिलाधिकारी उधमसिंहनगर द्वारा 10,000 व एसएसपी महोदय द्वारा 5000 रुपये का ईनाम घोषित किया गया है।