10 से 15 लाख में बेची गई नौकरियां। बैंक के अध्यक्ष समेत कर्मचारियों तक के जुड़े हैं तार
– सहकारी बैंक घोटाले का हो पर्दाफाश। घोटालेबाजों के बैंक खातों की हो जांच
– पूर्व में कार्यरत संविदागत सिफारिश विहीन गरीब कार्मिकों का मारा गया हक
– घोटालेबाजों के घोटाले की विजिलेंस जांच कराए सरकार
विकासनगर। प्रदेश के सहकारी बैंकों में 423 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती, जिसमें देहरादून की 61, अल्मोड़ा व उधमसिंह नगर द्वारा परिणाम घोषित किया गया। उक्त भर्तियों/नियुक्तियों में जनपद देहरादून में जमकर धांधली हुई।
रविवार को इसका खुलासा करते हुए जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने सहकारी बैंक घोटाले में शामिल बैंक अध्यक्ष के साथ-साथ अधिकारियों/कर्मचारियों तक के तार इस घोटाले से जुड़े हैं, मोर्चा के पास इनके तमाम बैंक खातों से जोड़ी जानकारियां हैं, जिसमें उनके द्वारा अपने बैंक खातों के माध्यम से एक पद 10 से लेकर 15 लाख रुपए तक बेचा गया।
इनके बैंक खातों में हुए लेनदेन की जानकारी मोर्चा द्वारा जुटाई गई है। हैरानी की बात है कि, इन घोटाले बाजों ने अपने रिश्तेदारों के साथ-साथ बैंक में कार्यरत अधिकारियों/कर्मचारियों के रिश्तेदारों/परिजनों से ये मोटी रकम हासिल कर नियुक्ति दी। बड़े दुर्भाग्य की बात है कि, कई-कई वर्षों से इन बैंकों में कार्यरत (संविदागत) कर्मचारियों एवं काबिल युवाओं को दरकिनार कर पैसे वाले लोगों को नौकरी दी गई है।
हाल ही में ज्ञात हुआ है कि, जांच अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट शासन को प्रेषित कर दी है, मोर्चा उस जांच रिपोर्ट में इन तमाम घोटाले बाजों के खातों में माह जनवरी 2022 से 15 अप्रैल 2022 तक इनके समस्त बैंक खातों में हुए लेनदेन को भी जांच रिपोर्ट में शामिल कराने एवं उक्त मामले की विजिलेंस जांच को लेकर शीघ्र ही सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत से मुलाकात करेगा।
अंत में मोर्चा अध्यक्ष ने अल्टीमेटम दिया कि, सिफारिश विहीन व काबिल युवाओं का शोषण नहीं होने देगा। पत्रकार वार्ता में जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी अमित जैन व सुशील भारद्वाज मौजूद रहे।