CBSE की परीक्षा प्रणाली में बदलाव। छात्र बोले, टर्म 1 की तरह Evaluate करें टर्म 2
नई दिल्ली। एक तरफ जहां बिहार एमपी सहित कई बोर्डों के रिजल्ट आ चुके हैं, वहीं दूसरी ओर सीबीएसई (CBSE Board) की परीक्षाएं अब शुरू हुई हैं। सीबीएसई ने टर्म 1 और टर्म 2 के रूप में अपनी परीक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव किया है, जिससे छात्रों की मुसीबत बढ़ती जा रही है।
छात्रों का आरोप है कि, जिस तरीके से टर्म 1 की परीक्षा हुई थी, उसी तरीके से टर्म 2 भी लिया जाए। आपको बता दें कि, टर्म 1 की परीक्षा को ऑब्जेक्टिव के रूप में कंडक्ट कराया गया था। अब छात्रों की मांग है कि, टर्म 2 की परीक्षा की इसी तरह कराई जाए और इंटरनल असेसमेंट के मार्क्स को भी जोड़ा जाए।
बता दें कि दसवी की परीक्षाएं शुरू हो चुकी हैं, लेकिन बारहवीं की परीक्षा 2 मई से शुरू होगी, जिसको लेकर छात्र काफी नाराज हैं. उनका कहना है कि टर्म 2 को सबजेक्टिव तरीके से कराया जा रहा है, जिसको लेकर हम बिल्कुल भी तैयार नहीं हैं।
उनका कहना है कि कोरोना की वजह से हमने ऑनलाइन पढ़ाई की, जिस वजह से लिखने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. उनकी सीबीएसई से यही गुजारिश है कि टर्म 1 के परफॉर्मेंस को देखते हुए टर्म 2 के मार्क्स को निर्धारित किया जाए।
कोरोना महामारी के बाद छात्र रेगुलर रूप से स्कूल नहीं गए हैं और ऊपर से सीबीएसई एग्जाम नियमों में बदलाव उनके पल्ले नहीं पड़ रहा. छात्र समझ नहीं पा रहें हैं कि वो करें तो क्या करें. इसीलिए वो सीबीएसई से कुछ छूट की मांग कर रहे हैं. देखना यह है कि सीबीएसई आगे क्या फैसला लेता है।