रिटायर्ड फौजी के मकान पर चला दबंगो का बुलडोजर। न कोई नोटिस, न कोई आदेश
– गरीब परिवार को कर दिया घर से बेघर
– पीड़ित परिवार के आरोप पुलिस के हस्तक्षेप में ढाया गया मकान, तहसीलदार ने बैठाई जाँच
रिपोर्ट- सलमान मलिक
रुड़की। किसी अवैध मकान या किसी स्थान को कब्जामुक्त कराने के लिए नियमानुसार कार्यवाही का प्रावधान है, बाकायदा प्रशासनिक अधिकारी भी सरकारी कागजों का पेट भर, अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई अमल में लाते है, लेकिन रुड़की के नगला इमरती गाँव में एक मामला इससे बिल्कुल विपरीत दिखाई दिया।
जहां एक रिहायशी मकान को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया गया, बिडम्बना देखिए इस दौरान कोई प्रशासनिक अधिकारी या किसी अधिकारी, न्यायालय का आदेश भी मौजूद नही था। एक पल में छत के नीचे रहने वाला परिवत खुले आसमान के नीचे आकर रह गया।
पीड़ित परिवार का आरोप तो यह भी है कि, निर्माण ध्वस्त करते समय क्षेत्रीय पुलिस मौजूद रही और पुलिस की शय पर ही दबंगईयो ने बुलडोजर चलाया। फिलहाल पीड़ित परिवार ने प्रशासनिक अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई हैं।
बता दें कि, रुड़की से करीब 6 किलोमीटर दूर बसा नगला इमरती गाँव जहा नन्दा कालोनी में एक रिटायर्ड फौजी राजबीर करीब 20 साल से अपने परिवार के साथ रहता चला आरहा है। हाल ही में रिटायर्ड फौजी के मकान पर कुछ लोगो ने बुलडोजर चला दिया, जिससे फौजी का मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गया।
फौजी का आरोप है कि, रुड़की निवासी डॉ अजय जैन ने दबंगईयो के साथ पुलिस से मिलकर उनके मकान पर बुलडोजर चला दिया। पीड़ित फौजी ने बताया ये मकान उनका स्वंम का है और कुछ लोग इसपर कब्जा करना चाहते है।
उन्होंने बताया बुलडोजर चलाने से पहले उन्हें कोई नोटिस या जनाकारी नही दी गई, बल्कि उनकी गैरमौजूदगी में मकान को ढा दिया गया। मकान में रखा सारा सामान उसमे दब गया।
वही जब इस बाबत क्षेत्रीय पुलिस से जनाकारी लेनी चाही तो उन्होंने इस मामले से नभिज्ञता जताते हुए दूसरे पक्ष से मुलाकात करा दी, थाने में मौजूद बुलडोजर चलाने वाले पक्ष का साफ कहना है कि वह बिना एडवोकेट की सलाह के मीडिया को बयान नही देंगे।
हालांकि उन्होंने उक्त मकान पर अपना मालिकाना हक बताया, जब बिना कैमरा उनसे बात की गई तो उन्होंने बताया मकान उनका है और कब्जाधारी मकाम खाली नही कर रहा था इसलिए उन्होंने मकान पर जेसीबी चलवा दी।
इस बाबत रुड़की तहसीलदार चंद्रशेखर वशिष्ट ने बताया कि, मामले की शिकायत उन्हें मिली है, लेखपाल को मौका मुआयना कर जांच करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि, मकान को ध्वस्त करने से सम्बंधित उनको कोई जानकारी नही दी गई है। यदि नियम विरुद्ध कार्य किया गया है, तो उचित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।