एक्सक्लूसिव: यहां ग्रामीणों ने बंद किया सोलर पावर प्लांट। लगाए शासन-प्रशासन मुर्दाबाद के नारे

 यहां ग्रामीणों ने बंद किया सोलर पावर प्लांट। लगाए शासन-प्रशासन मुर्दाबाद के नारे

रिपोर्ट इंद्रजीत असवाल
पौड़ी गढ़वाल। जनपद पौड़ी के एकेश्वर विकासखण्ड के ग्राम ध्याडी, डण्डा मल्ला में लगे सोलर पावर प्लांट को आज ग्रामीणों ने बन्द कर दिया।

ग्रामीणों का कहना है कि, मित्तल मशीनरी द्वारा हमारी राजस्व भूमि व नाप खेत जबरदस्ती कब्जा दिये हैं और राजस्व भूमि पर जबर्दस्ती सड़के बना दी गई है, व जो भूमि इनके द्वारा लीज पर दी गई थी, उसका किराया विगत 4 साल से नही दिया गया है।

आपको बता दें कि, हमारे द्वारा विगत वर्ष में भी यहाँ की खबर को प्रमुखता से दिखाया गया था, लेकिन प्रसाशन ने उक्त प्लांट पर कोई भी कार्यवाही नही की गई, यहाँ पर उक्त प्लांट मालिक द्वारा हजारो की संख्या में इमारती पेड़ व फलदार वृक्ष काटे गए थे।

अब ग्रामीणों का कहना है कि, यदि तत्काल हमारी भूमि का किराया नही दिया गया व कब्जाई भूमि नही छोड़ी गई तो वे अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल करने पर विवश होंगे।

राजस्व उपनिरीक्षक वेद प्रकास से जब हमारे द्वारा पूछा गया तो उनका कहना था कि, इन प्लान्ट वालों के द्वारा वास्तव में जमीन कब्जाई गई है। जिसमे हमारे द्वारा 4 मुकदमे दर्ज किए गए थे व पेड़ कटने के लिए वन विभाग ने कुछ जुर्माना भी किया था।

अब हम आपको बताते हैं कि, इन्होंने मुकदमे तो किये लेकिन कब्जा हटवाया नही, वन विभाग ने जुर्माना किया लेकिन केवल आठ पेड़ो का! जबकि यहाँ हजारों की संख्या में पेड़ काटे गए थे।

पूर्व प्रधान चमडल रविन्द्र कुमार का कहना है कि, उनके द्वारा यहाँ पर बहुत कार्य करवाया गया, जिसकी उनको पेमेंट नही मिली, जो कि 16 लाख के बराबर है। उन्होंने यहाँ पर ग्रामीणों से कार्य करवाया था और अब वो लोगो को उनकी ध्याडी नही दे पा रहे हैं। इसलिये वो अब इस प्लांट की सौर ऊर्जा प्लेट अपने कब्जे में ले रहे हैं।

अब आपको बता दें कि, सतपुली में सतपाल महाराज द्वारा आयोजित बहुउद्देश्यीय शिविर में इस प्रकरण को उठाया गया था, लेकिन फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। इससे माना जा रहा है कि, जो भी हो रहा है वो सब सरकार की मिलीभगत से हो रहा है।

सोलर प्लांट योजना पहाड़ियों के लिए स्वरोजगार के लिए बनाई गई थी, लेकिन इस योजना का फायदा बाहरी लोग ले रहे हैं व पहाड़ की भूमि को ओने-पौने दामों में लेकर यहाँ की राजस्व भूमि पर भी कब्जा कर रहे हैं।

इस दौरान नरेश घिल्डियाल, विपिन घिल्डियाल, रविन्द्र कुमार, वीरेंद्र कुमार, नरेश कुमार, गिरीश, दिनेश, शिवानन्द, सरोजनी देवी, गौरव, धीरज, सुबोध, मोहित, चंडी प्रसाद, सुदर्शन कुमार सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।