वाह: सांसद निधि खर्च करने के बजाए चुनाव प्रचार में जुटे यह सांसद

 सांसद निधि खर्च करने के बजाए चुनाव प्रचार में जुटे यह सांसद

– पूर्व मुख्यमंत्री की 82 प्रतिशत सांसद निधि नहीं हुुई खर्च
– केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट की 2019-20 की सांसद निधि की 59 प्रतिशत खर्च नहीं।
– उत्तराखंड के सांसदों की 35.34 करोेड़ों की सांसद निधि खर्च होनेे को शेेष।

उत्तराखंड के सांसदों ने अभी तक भी सांसद निधि खर्च नहीं की है और आगामी चुनाव के लिए जोरों-शोरों से प्रचार-प्रसार में लग गए हैं।

उत्तराखंड केे सांसदों की अक्टूबर 2021 के प्रारम्भ में 35.34 करोड़ की सांसद निधि खर्च होने को शेष है। इसमें 19.78 करोड़ की सांसद निधि लोकसभा सांसदों तथा 15.56 करोड़ की सांसद निधि राज्य सभा सांसदों की शामिल है।

दरसल, यह स्थिति तब हैै, जब वर्ष 2020-21 तथा 2021-22 की सांसद निधि भारत सरकार द्वारा स्थगित किये जाने के कारण किसी सांसद को मिली ही नहीं है।

पूर्व मुख्यमंत्री व पौैड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत की वर्ष 2019-20 की सांसद निधि में से सितंबर 2021 तक केवल 18 प्रतिशत धनराशि खर्च हुई हैै, जबकि नैनीताल सांसद व केंद्रिय मंत्री अजय भट्ट की 59 प्रतिशत धनराशि खर्च नहीं हो सकी।

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन अधिवक्ता ने उत्तराखंड के ग्राम्य विकास आयुक्त कार्यालय से सांसद निधि खर्च सम्बन्धी सूचना मांगी थी, जिसके उत्तर में लोेक सूचना अधिकारी/उपायुक्त (प्रशासन) हरगोविन्द भट्ट द्वारा अपनेे पत्रांक सं० 1702 के साथ सांसद निधि खर्च के सितंबर 2021 तक विवरण उपलब्ध करायेे गये हैैं, जिसमें सितंबर 2021 के अंत तक की उत्तराखंड के लोेकसभा व राज्यसभा सांसदों के सांसद निधि खर्च का विवरण दिया गया हैै। उपलब्ध सूचना के अनुसार उत्तराखंड केे वर्तमान लोकसभा सांसदों को 2019-20 की ही सांसद निधि मिली है।

जानिए किसने खर्च की कितनी सांसद निधि

अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को ब्याज सहित 500.93 लाख की सांसद निधि स्वीकृति हेतु उपलब्ध हुई है, जिसमें से सितंबर 2021 तक 45 प्रतिशत 223.75 लाख की सांसद निधि खर्च हुई है।

हरिद्वार सांसद व पूर्व केन्द्रीय कैबिनेेट मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल को 2019-20 में 260.86 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुुई हैै, जिसमें सेे 52 प्रतिशत धनराशि 135.59 लाख ही खर्च हुई हैै। इतना ही नहीं इनके पिछलेे कार्यकाल की 5 प्रतिशत 67.74 लाख की धनराशि भी खर्च होने को शेष है।

पौड़ी सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को 2019-20 की 259.31 लाख की सांसद निधि मिली है। जिसमेें से केवल 18 प्रतिशत 46.40 लाख की धनराशि ही सितम्बर 2021 तक खर्च हो सकी हैै।

टिहरी सांसद राजलक्ष्मी शाह को 2019-20 में 599.88 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई हैै, जिसमें से 64 प्रतिशत 384.66 लाख की धनराशि खर्च हो चुकी है।

केन्द्रीय मंत्री व नैैनीताल सांसद अजय भट्ट को ब्याज सहित 530.43 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई हैै, जिसमें से 41 प्रतिशत 216.25 लाख की सांसद निधि सितम्बर 2021 तक खर्च हो सकी है।

उत्तराखंड के राज्य सभा सांसदों में प्रदीप टम्टा को 2016-17 सेे 2019-20 तक ब्याज सहित 1763.11 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई हैै, जिसमें से 83 प्रतिशत 1456.90 लाख की सांसद निधि सितम्बर 2021 तक खर्च हो चुुकी है।

पूर्व सांसद राजबब्बर को 2015-16 से 2019-20 तक ब्याज सहित 2538.11 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है, जिसमेें से 81 प्रतिशत 2113.55 लाख की सांसद निधि खर्च हो चुकी है।

राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को 2018-19 की ब्याज सहित 513.94 लाख की सांसद निधि स्वीकृति हेतुु उपलब्ध हुुई है। जिसमें से 24 प्रतिशत 124.79 लाख की धनराशि ही सितम्बर 2021 तक खर्च हो सकी है।