अलर्ट: खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा। निचले इलाकों में बाढ़ का संकट
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
पहाड़ी क्षेत्रो के साथ मैदानी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश का असर अब हरिद्वार में भी देखने को मिल रहा है। पहाड़ो से आ रहे जल ने अब मैदानी क्षेत्रों का रुख कर लिया है। भारी बारिश के कारण जहां पर्वतीय क्षेत्रों में कई जगह भूस्खलन हो जाने से यातायात बाधित हो रहा है, वही हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए हरिद्वार प्रशासन ने गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया है। हरिद्वार प्रशासन और सिंचाई विभाग उत्तराखंड गंगा के जलस्तर पर नजरें जमाए हुए हैं। वही उत्तर प्रदेश के गंगा से सटे जिलो को भी अलर्ट किया जा रहा है। साथ ही संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया जा रहा है।
पहाड़ों और मैदानी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वर्तमान समय में गंगा 294.30 मीटर पर बह रही है। जो कि खतरे के निशान से .30 मीटर ऊपर है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए हरिद्वार प्रशासन ने मुख्य बैराज भीमगोडा बैराज के सभी 22 गेट को खोल दिया है और बैराज से करिब 3,75,423 क्यूसिक अतरिक्त जल छोड़ा गया है।
हरिद्वार में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता निलेन्द्र वर्धन का कहना है कि, पहाड़ों पर हो रही बारिश से गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है। गंगा के जल स्तर पर हम निरंतर नजर बनाए हुए हैं। सुबह 4 बजे गंगा खतरे के निशान को पार कर गई थी, तभी से हम तटवर्ती जिलों और क्षेत्रों को अलर्ट कर रहे है।
वही हरिद्वार में गंगा के खतरे के निशान से ऊपर बहने के मामले में एडीएम प्रशासन के के मिश्रा का कहना है कि, अभी पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है और इसके साथ हरिद्वार में भी बारिश हो रही है। पहाड़ो से आने वाले जल के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। अभी गंगा का जलस्तर 294.30 है और पिछले 2 घंटे से जलस्तर इसी संख्या पर रुका हुआ है। वही गंगा के तटवर्ती गांव में लगातार घोषणा कराई जा रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा जा रहा हैं।
पहाड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ का संकट मंडराने लगा है। इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग और हरिद्वार जिला प्रशासन सतर्क नजर आ रहा है और निचले इलाकों में लोगों को गंगा किनारे ना जाने की हिदायत दे रहा है। इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट भी जारी किया गया है।