बड़ासी पुल मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाही के बजाए उन्हीं से मांगी धसाव रिपोर्ट
रायपुर-थानों मोटर मार्ग पर बडासी पुल की एप्रोच रोड के बुरी तरह धंस जाने के मामले में जिम्मेदार अभियंताओं को बचाने का खेल भी शुरू हो गया है। अनुबंध पर भुगतान और तकनीकी परीक्षण करने वाले तथा डिजाइन स्वीकृत करने वाले अभियंताओं की प्रथम दृष्टया जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही करने के बजाय उसी को रोड धंसाव की रिपोर्ट मांगी गई है।
इससे पूर्व भी इसी मोटर मार्ग पर इसी पुल की एप्रोच रोड धंस गई थी, जिस पर अभियंताओं ने रातों-रात पिलर खड़ा कर पर्दा डाल दिया गया था।
सवाल यह है कि, निर्माण के कुछ ही समय बाद पुलों की एप्रोच रोड के धंस जाने पर तात्कालिक कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है? जबकि भोपाल पानी पुल के निर्माणाधीन रहते एप्रोच रोड के दबाव के कारण भराव के बैठ जाने पर तीन अभियंताओं को निलंबित करने में बड़ी तत्परता दिखाई गई। यही नहीं बाद में उन्हें पदावनत भी कर दिया गया।
अब बडासी पुल के निर्माण में आधारभूत खामियां उजागर हो चुकी हैं तो पुल का डिजाइन अनुमोदित और तकनीकी परीक्षण और भुगतान कर देने वाले अभियंताओं पर कार्यवाही नहीं किया जाना कई सवाल खड़े कर रहा है।
भुगतान करने वाले अभियंता वर्तमान में भी वहीं तैनात हैं और उनसे ही धंसाव के संबंध में रिपोर्ट देने कहा गया है। स्पष्ट है दोषियों को बचाने का कार्यक्रम शुरू हो चुका है।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि, बडासी पुल धंसाव के लिए जिम्मेदार एक अभियंता की डिग्री भी संदिग्ध बताई गई है। अदालत द्वारा डिग्री को मान्य नहीं माने जाने के बाद विभागीय समिति के भी अपनी संस्तुति दे दी थी, जिस पर विभाग द्वारा लंबे समय बाद भी कार्यवाही नहीं की गई है।
कार्यवाही में अमान्य डिग्री वाले कई अभियंताओं का पदावनत होना तय माना जा रहा है। चर्चा है किविभाग व शासन में बैठे कुछ अधिकारी इस मामले में कार्यवाही से संबंधित फाइल दबाए बैठे हैं! अब बडासी पुल मामले में भी चहेते अभियंता को बचाने के लिए लीपापोती का खेल शुरू हो गया लगता है!
अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे विभाग को लगभग 32 करोड़ की वित्तीय हानि हुई है। सवाल यह भी है कि जब ठेकेदार का अनुबंध का अंतिमीकरण हो गया तो तब अतिरिक्त पिलर व इस समय का कार्य के लिए धन कहाँ से आयेगा!
इसके अलावा जब तक संदिग्ध डिग्री व भुगतान करने वाले अधिशासी अभियन्ता को निलम्बित कर दूसरा अभियन्ता तैनात नहीं किया जाता, तब तक निष्पक्ष जाँच पर प्रश्न चिन्ह लगना लाज़िमी है।
बताते चलें कि, गत दिवस देहरादून के रायपुर थानो मार्ग पर स्थित बड़ासी पुल का एप्रोच रोड का एक हिस्सा टूट गया था। जिससे यहां बड़े वाहनों के लिए आवाजाही बंद कर दी गई थी, हालांकि छोटे वाहन यहां से चलते रहेंगे।