पहाड़ों में बड़ा बदलाव लाएगी पहाड़ परिवर्तन समिति
उत्तराखंड। कोविड के इस काल में पहाड़ परिवर्तन समिति द्वारा लगातार पहाड़ी दुर्गम इलाको में राहत पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
समिति के संस्थापक और पत्रकार उमेशकुमार ने बताया कि, उनकी ग्राउंडजीरो टीम कुमाऊँ और गढ़वाल मंडल के पैदल और दूरस्थ गाँवो तक राहत पहुंचा रही है। वहीं अब उनके द्वारा पहाड़ी क्षेत्रों में ऑक्सीजन कनस्ट्रेटर दिए जा रहे हैं।
इसी कड़ी में आज गोपेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत और काशीपुर में ऑक्सीजन कनस्ट्रेटर के साथ-साथ राहत सामग्री दी गयी।
बातचीत के दौरान उमेशकुमार ने बताया कि, पहाड़ परिवर्तन समिति द्वारा किये जा रहे इस सहयोग में सबसे बड़ा योगदान हमारे उत्तराखण्ड के युवाओं का है, जो दिनरात मानवसेवा में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि, जब से कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई है तब से अब तक समिति में कई युवा अपने घर भी नही जा पाए हैं और लगातार ग्राउंडजीरो पर कई-कई किलोमीटर पैदल चलकर दूरस्थ गाँवो में भी राहत पहुँचा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, हमारे उत्तराखण्ड के युवाओं के अंदर हमेशा से ही मानवसेवा का जज्बा रहा है, जिसकी वजह से कोरोना की स्थितियां अब काफी हद तक कंट्रोल में हैं।
आपको बता दें कि, वर्तमान में सात हजार से ज्यादा युवा प्रत्यक्ष तौर पर पाहाड़ परिवर्तन समिति से जुड़ चुके हैं। जिनमे से हजारों युवा धरातल पर दिन रात जुटे हैं, वहीं अन्य युवा समन्वय बनाकर इस सेवा के कार्य मे जुटे हैं।
समिति के संस्थापक उमेशकुमार का कहना है कि, पहाड़ परिवर्तन समिति पहाड़ो के लिए समर्पित युवाओं का एक ऐसा संगठन है, जो हरवक्त जनसेवा के लिए ततपर है।