बुजुर्ग महिला को प्रताड़ित करता रसूखदार, डर के साए में जीने को मजबूर परिवार। सुरक्षा की मांग
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। 40 साल से एक महिला सड़क पर ठेला लगाकर मेहनत कर अपना जीवन यापन कर रही है और अपने छह बच्चों का पालन पोषण, एक बच्चे की मौत का दर्द भी इस महिला ने झेला है। आज महिला शारीरिक रूप से काफी कमजोर हो गई, मगर मेहनत से पीछे नहीं भागी। लोगों ने धिकारा भी होगा, कई बार बुरा भला भी कहा होगा, मगर उसके बावजूद भी निडर होकर इस महिला ने हर परिस्थितियों को झेला है। आज महिला इंसाफ की भीख मांग रही है। क्योंकि आज इस महिला को अपने और अपने परिवार का खतरा सता रहा है।
बता दें कि, हरिद्वार के सिंहद्वार पर हरमीत नाम के एक व्यक्ति का इतना आतंक हो चुका है कि, ना तो प्रशासन कुछ करता है और ना ही कोई समाजसेवी। कुछ दिन पहले मेला अधिकारी रहे और एचडी सचिव दीपक रावत ने सिंहद्वार पर सरकारी हेड पंप को काटकर समर्सिबल और नहर पटरी पर प्राइवेट ताला लगाने के साथ ही फ्लाईओवर के नीचे बने बंकर का खुलासा करके हरमीत को अवैध कब्जा न करने की चेतावनी दी थी, इसके लिए उनके द्वारा जल संस्थान के अधिकारी को भी मौके पर बुलाया गया था। साथ ही फ्लाईओवर के नीचे किए गए अवैध निर्माण को भी तोड़ने के आदेश दिए गए थे। इससे गुस्साए हरमीत का शिकार अब सड़क पर रहने वाले मासूम लोग हो रहे हैं। सिंहद्वार पर स्थित 40 सालों से एक महिला अपने बच्चों को किसी तरह से लालन-पालन कर रही है। अब उसकी पीड़ा का कारण भी हरमीत बना है।
पीड़ित महिला कुसुम ने अपनी पीड़ा सुनाते हुए बताया कि, हरमीत द्वारा सरकारी हेडपंप को काटकर समर्सिबल लगाया था। साथ ही फ्लाईओवर के नीचे अवैध तरीके से कमरा बना दिया था, इसकी शिकायत हमारे द्वारा की गई तब से ही हरमीत द्वारा हमें प्रताड़ित किया जा रहा है और जान से मारने की धमकी दी, 3 दिन पहले मेरी तबीयत खराब थी, मुझे ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा था, तभी हरमीत द्वारा आकर मेरे बेटे से बदतमीजी की गई और उसको मारा गया। कुसुम और उसके बच्चों के मन में हरमीत का काफी डर सता रहा है और उनको अपनी जान का भी खतरा है। इनके द्वारा पुलिस प्रशासन से अपनी सुरक्षा की मांग की गई है और साथ ही कुसुम ने कहा कि, अगर हमें कुछ होता है तो उसकी सारी जिम्मेदारी हरमीत की होगी।
वही पीड़ित महिला कुसुम की तबीयत खराब होने पर सिंहद्वार के पास खड़ी एंबुलेंस के कर्मचारी द्वारा कुसुम को ग्लूकोज चढ़ाया गया था और उसी वक्त हरमीत द्वारा कुसुम के बेटे के साथ मारपीट की गई। एंबुलेंस के कर्मचारी रवि कुमार मिश्रा का कहना है कि, महिला की तबीयत खराब थी। हमारे द्वारा महिला को ग्लूकोज चढ़ाया गया, हरमीत नाम का व्यक्ति पहले हमारी एंबुलेंस के पास खड़ा रहा, हमसे बातचीत करने के बाद उसके द्वारा महिला के बेटे को मारा गया और मौके से भाग गया।
यह भी बता दें कि, सरकारी हैंडपम्प पर अवैध कब्जा, फ्लाईओवर के नीचे कमरे का निर्माण और नहर पटरी पर अपना ताला हटने के बाद से ही हरमीत द्वारा लगातार महिला और उनके बच्चों को परेशान किया जा रहा है और उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। महिला द्वारा इसकी शिकायत पुलिस में भी की गई, मगर अब तक पुलिस द्वारा ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई जो महिला और उनके बच्चों के अंदर से हरमीत का डर खत्म हो सके।
महिला को प्रताड़ित और उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी देने वाले हरमीत द्वारा गरीब लोगों को भी बड़ी बेरहमी से पीटा जाता है।
हरमीत का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें हरमीत द्वारा जंजीरों से बांधकर लाठी-डंडों से गरीब लोगों को बड़ी बेरहमी से पीटा गया था। इस मामले में कनखल थाने में हरमीत के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ पर उसके बावजूद हरमीत बेरोकटोक घूम रहा है। पुलिस द्वारा इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसलिए अब यह देखना बड़ा दिलचस्प होगा कि, पुलिस इस मामले में कितनी जल्दी और क्या कार्रवाई करती है, जिससे इस गरीब महिला को इंसाफ मिल सके।