गाँव-गाँव पहुंच रही शराब। शराब कारोबारियों के आगे नतमस्तक पुलिस और विभाग
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
नारायणबगड़। पुलिस चौकी से महज 20 कदम की दूरी पर शराब की कालाबाजारी जारी है। 2 बजे बाद भी धड़ल्ले से शराब बेची जाती है। तो वही ओवर रेटिंग की खुली लूट मची है। पुलिस शराब कारोबारियों पर शिकंजा कसने में नाकाम साबित हो रही है।
अंग्रेजी शराब की दुकान पर जमकर हो रही ओवररेटिंग
एक ओर जहां कोरोना के चलते अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है, व्यापारी से लेकर मजदूर तक घरों में कैद हैं। वहीं नारायणबगड़ स्थित शराब की दुकान प्रशासन को मुंह चिढ़ा रही है। लगातार ओवररेटिंग के साथ ही 2 बजे बाद भी दुकान से शराब चोरी छिपे बेची जा रही है। इस अंग्रेजी शराब की दुकान से महज 20 मीटर की दूरी पर नारायणबगड़ की पुलिस चौकी है। लेकिन शराब कारोबारियों को न तो पुलिस का डर है और न ही खुद आगे आकर पुलिस अंग्रेजी शराब की इस दुकान की मनमानी को रोक पा रही है।
नारायणबगड़ की इस शराब की दुकान से जहाँ ग्राहकों से एमआरपी से 50 से 100 रुपये तक ज्यादा वसूले जा रहे हैं। स्थानीय लोग महिपाल सिंह, आलम सिंह, भरत, कृपाल, मोहन राकेश, प्रवीर आदि लोगो का कहना है कि, 2 बजे बाद ये ओवररेटिंग और भी बढ़ा दी जाती है। 2 बजे बाद शराब की दुकान के बाहर ताला जरूर लग जाता है। परंतु उससे पहले शराब कारोबारी कमरों में शिफ्ट कर देते हैं और वहां धड़के से ओवर रेटिंग की जाती है। ग्राहकों के विरोध करने पर शराब की दुकान के सैल्समैन शराब देने से तक मना कर देते हैं।
आबकारी विभाग भी शराब की दुकानों की इस मनमानी से अच्छी तरह वाकिफ है। लेकिन कार्यवाही के नाम पर आबकारी विभाग के अधिकारी कुर्सी से हिलने को तक तैयार नही।
शराब को ओवर रेटिंग एवं 2 बजे बाद भी शराब धड़के से बिक रही है। इसकी जानकारी आबकारी अधिकारी एवं आपकारी इंस्पेक्टर को भी दी जा चुकी है। लेकिन बावजूद भी उसके शराब कारोबारियों पर आबकारी विभाग कार्यवाही नही कर पा रहा है।
नारायणबगड़ चौकी प्रभारी विनोद चौरसिया ने बताया कि, शराब ओवर रेटिंग की बात उनके संज्ञान में आ गई है। अगर ऐसा कुछ पाया गया तो शराब कारोबारियों पर कार्रवाई की जाएगी।