साप्ताहिक कर्फ्यू के दौरान भी मेलों का हुआ आयोजन। उड़ी कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली। विकासखंड में सप्ताहिक कर्फ्यू का कहीं हुआ पालन तो कहीं जमकर उड़ी सोशल डिस्टेंस की खुलेआम धज्जियां। 14 अप्रैल से बैसाखी मेलो का आगाज हो चुका है। वही इन दिनों अलग-अलग क्षेत्रों मेले लगे हुये है। वही थराली के मलयाल मेले में रविवार को जनता कर्फ्यू का कुछ भी असर नहीं दिखाई दिया। प्रशासन नहीं करा पाया मलयाल मेले में साप्ताहिक कर्फ्यू का पालन। आम जनमानस ही लापरवाह बना हुआ है। किसी की जान की नहीं है फिकर खुलेआम धड़के पर घूम रहे थे लोग प्रशासन था बेखबर।
भले ही प्रदेश सरकार ने राज्यों के कुछ जिलों में सप्ताह में 2 दिन जनता कर्फ्यू का ऐलान किया है तो वहीं पहाड़ी क्षेत्रों में रविवार को साप्ताहिक कर्फ्यू ऐलान किया गया था। लेकिन कुछ क्षेत्रों में साप्ताहिक कर्फ्यू का पालन नहीं करा पा रहा प्रशासन लोगों की जिंदगी के साथ हो रहा खिलवाड़। मेलों में हजारों की संख्या में भीड़ जमा हो रही। कई लोग बाहरी राज्यों से थराली के मलयाल मेले में आये जबकि सरकार के द्वारा लगातार कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए सतर्कता सोशल डिस्टेंस एवं मास्क लगाने के आदेश पर प्रशासन को कड़ाई से पालन करने के लिए बोला गया था।
लेकिन जनता आंख मुद्दे घूम रही है ऐसे में कोविड-19 संक्रमण फैलने का भय बना हुआ है। जनता जागरूक नहीं हो पा रही है. जिससे संक्रमण तेजी से फैल सकता है। वही प्रशासन इस बात से बेखबर था कि मेलों का आयोजन कहां कहां हो रहा है। ऐसी लापरवाही आम जनता के लिए बड़ी परेशानी का सबक बन चुका है।