योग गुरु स्वामी रामदेव ने खेली फूलों की होली। देशवासियों को दिया ये संदेश
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। योग गुरु स्वामी रामदेव ने आज पतंजलि योगपीठ में आचार्यकुलम वैदिक गुरुकुलम पतंजलि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया और इस अवसर पर यज्ञ का भी आयोजन किया। स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने छात्र-छात्राओं के साथ फूलों की होली खेली। स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने बच्चों के बीच में जाकर उन्हें फूल बरसाए और बच्चों ने स्वामी रामदेव और आचार्य बालकृष्ण पर फूलों की वर्षा की। पूरा पतंजलि परिसर होली के रंग में रंग गया।
स्वामी रामदेव ने कहा कि, कोरोना महामारी को देखते हुए होली पर भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन किया जाए। इनका कहना है कि, होली के रंग, योग के रंग, अध्यात्म के रंग, देश में छाए और सभी बदरंग दुर्गुण दोष और दुर्बलता से देश मुक्ति पाए। इसी को लेकर मेरे द्वारा देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं है। रामदेव का कहना है कि, होली प्रदूषण फैलाने का त्यौहार नहीं है। यह प्रकृति का पर्व है, रंगों का पर्व है और इसमें हम अपने पूर्वजों के चरित्र के रंग में रंगे हुए हो, इसी आदर्श के रूप में हम होली मनाएं और कोरोना काल में बाजार में बिक रहे रंगों से होली ना खेले और ऐसे लोगों के साथ होली मनाए जहां पूरी तरह से आप सुरक्षित रहे। कहीं होली के रंग में भंग ना पड़ जाए, पता लगा कि, एक कोरोना संक्रमण और सैकड़ों को कोरोना ना हो जाए।
कोरोना महामारी को देखते हुए बाबा रामदेव ने अपनी पतंजलि योगपीठ में आचार्यकुलम के विद्यार्थियों के साथ फूलों की होली खेली और साथ ही देशवासियों को संदेश भी दिया कि, ऐसे केमिकल रंगों से होली ना खेले और भारत सरकार की गाइडलाइन का भी पालन करें।