निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर का तुलादान उत्सव। फल, सब्जी और मिठाइयों से तोला
रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। दक्षिण कालीपीठ मंदिर के पीठाधीश्वर और श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज का आज तुलादान उत्सव काली मंदिर पीठ में आयोजित किया गया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज के शिष्य आनंद गिरि महाराज ने संतो के साथ मिलकर तुलादान उत्सव का आयोजन किया, जिसमें कैलाशानंद गिरी महाराज को फल सब्जी और मिठाइयों से तोला गया। इस मौके पर साधु संतों के साथ कैलाशानंद गिरी के भक्त भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि, तुलादान करने की हमारी अनादि काल से परंपरा रही है। तुला दान का अर्थ होता है कि हमारे सभी कार्य निर्विघ्नं संपन्न हुए और अब वह कार्य देश और समाज के हित के लिए निर्विघ्न रुप से चलते रहे है। उसमें कोई बाधा नहीं आए, इसके लिए तुलादान किया जाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा में आचार्य महामंडलेश्वर के पद आसीन किया गया है और आज अखाड़े के संतो ने मिलकर उनका तुलादान उत्सव मनाया है।
तुलादान करने का हमारे शास्त्रों में वर्णन आता है और कहा जाता है कि, तुलादान तब किया जाता है जब कोई कार्य संपन्न होता है और आगे किए जाने वाले कार्यों के लिए तुलादान के माध्यम से बाधा ना आए इसी कारण तुलादान किया जाता है।