हरिद्वार: रेलवे स्टेशन पर आतंकवादियों ने वीआईपी रूम में घुसकर लोगों को बनाया बंधक

रेलवे स्टेशन पर आतंकवादियों ने वीआईपी रूम में घुसकर लोगों को बनाया बंधक

– कुंभ मेला पुलिस ने संभाला मोर्चा। घटना को किया नाकाम
– कुंभ मेले से पहले मॉकड्रिल के माध्यम से पुलिस ने किया अभ्यास

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। देर रात हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया और वीआईपी वेटिंग रूम में लोगों को बंधक बना लिया गया। इसकी सूचना जीआरपी और आरपीएफ द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस और आतंकवादी निरोधक दस्ता एटीएस द्वारा मोर्चा संभाला गया और तुरंत कार्रवाई की गई और पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया। घबराइए नहीं यह कोई आतंकवादी घटना नहीं थी, यह कुंभ मेला पुलिस द्वारा मॉकड्रिल की गई थी। जिससे कुंभ मेले में किसी भी आतंकवादी घटना से निपटा जा सके।

कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल के नेतृत्व में देर रात रेलवे स्टेशन पर मॉकड्रिल की गई। जिसमें आतंकवादी घटना होने की सूचना मिलने के बाद तुरंत हरिद्वार रेलवे स्टेशन को कुंभ मेला पुलिस और आतंकवादी निरोधक दस्ता एटीएस द्वारा घेर लिया और पूरे क्षेत्र को सील कर दिया गया। इस घटना की सूचना मिलते ही पूरे शहर में हड़कंप मच गया। कुंभ मेला संजय गुंज्याल का कहना है कि, आतंकवादियों द्वारा रेलवे स्टेशन के वीआईपी वेटिंग रूम में कुछ लोगों को बंधक बना लिया गया। इसकी सूचना जीआरपी और आरपीएफ द्वारा कंट्रोल रूम को दी गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची कुंभ मेला पुलिस और आतंकवादी निरोधक दस्ता एटीएस की टीम द्वारा कार्रवाई की मगर आतंकवादी पूरी तरह से हथियार से लैस थे। उनके पास भारी मात्रा में गोला-बारूद था, उसको देखते हुए कमांडो को भी मौके पर बुलाया गया। उनके द्वारा कार्रवाई की गई, इसमें जिला पुलिस को मिलाकर पुलिस आरपीएफ और जीआरपी द्वारा इस पूरी मॉकड्रिल को अच्छे तरीके से अंजाम दिया गया।

बता दें कि, कुंभ मेले पर हमेशा ही आतंकवादियों की नजर होती है। क्योंकि करोड़ों की संख्या में कुंभ मेले में श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचते हैं। इसी को देखते हुए कुंभ मेला पुलिस द्वारा हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर मॉकड्रिल की गई और इसका नेतृत्व खुद कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल द्वारा किया गया। इस आतंकवादी घटना की मॉकड्रिल में हरिद्वार पुलिस, कुंभ मेला पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ और कमांडो ने मिलकर इस घटना को नाकाम किया और एक अभ्यास भी किया कि अगर इस तरह की घटना होती है तो उसे कैसे निपटा जा सके।