आउटसोर्स कर्मचारियों की मांग को लेकर जरा भी संवेदनशील नहीं सरकार। उक्रांद ने दिया समर्थन
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने बाल विकास के निष्कासित आउटसोर्स कर्मचारियों को उपनल और आउटपुट के माध्यम से बहाल करने की मांग की है। साथ ही कहा है कि, यदि इनका रुका हुआ वेतन तत्काल जारी नहीं किया गया तो फिर उत्तराखंड क्रांति दल आंदोलन करेगा। गौरतलब है कि, उत्तराखंड क्रांति दल ने इससे पहले भी आउटसोर्स कंपनी से निकाले गए कर्मचारियों के वेतन और बहाली को लेकर समर्थन दिया था।
आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ एक बैठक में उत्तराखंड क्रांति दल ने अब तक सरकार के स्तर से मिले आश्वासनों की समीक्षा की और पाया कि, सरकार आउटसोर्स कर्मचारियों की मांग को लेकर जरा भी संवेदनशील नहीं है।गौरतलब है कि, जिस आउट सोर्स एजेंसी के माध्यम से यह कर्मचारी पहले तैनात थे उनका अनुबंध समाप्त हो गया है और बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य और शासन के बीच तालमेल न होने के कारण अभी तक नहीं आउटसोर्सिंग एजेंसी तय नहीं हो पाई है।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि, सरकार आउट सोर्स एजेंसी चयन करने को लेकर भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय संगठन मंत्री संजय बहुगुणा ने चेतावनी दी कि, यदि उत्तराखंड से बाहर की किसी आउटसोर्सिंग एजेंसी को चयनित किया जाएगा तो उत्तराखंड क्रांति दल इसका विरोध करेगा
वहीं संजय बहुगुणा ने सवाल उठाया कि, जब उत्तराखंड में पहले से ही उपनल तथा पीआरडी जैसी सरकारी आउटसोर्सिंग एजेंसी काम कर रही है तो फिर लखनऊ अथवा अन्य राज्यों से प्राइवेट आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन किए जाने के पीछे क्या कारण है ! आउटसोर्सिंग के माध्यम से काम करने वाली कर्मचारी भी अपने भविष्य को लेकर काफी आशंकित हैं। उत्तराखंड क्रांति दल ने चेतावनी दी यदि 1 सप्ताह के अंदर इनके वेतन और बहाली का प्रकरण नहीं सुलझाया गया तथा इन्हें किसी बाहरी आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से रखने की साजिश की गई तो फिर उत्तराखंड क्रांति दल इसका विरोध करेगा।