हरिद्वार: पहले से कुछ अलग होगा इस बार का कुम्भ महापर्व। तैयारियों में जुटा मेला प्रशासन

पहले से कुछ अलग होगा इस बार का कुम्भ महापर्व। तैयारियों में जुटा मेला प्रशासन

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। साल 2021 में लगने वाले कुम्भ महापर्व में देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को कुम्भ नगरी में इस बार एक अलग ही अनुभव देखने को मिलेगा। कुम्भ नगरी में आने वालों को शहर की एक अनोखी अदभुत और खूबसूरत छटा नजर आएगी। कुम्भ मेला प्रशासन इस कुम्भ महापर्व को एतिहासिक के साथ ही दिव्य और भव्य बनाने में जुट गया है। कुम्भ क्षेत्र में गंगा किनारे के सभी महत्वपूर्ण भवनों, शहर के सार्वजनिक स्थानों, भवनों, दीवारों और चौक-चौराहे आपको भारतीय धर्म और संस्कृति में रंगे दिखाई देंगे। इसके साथ ही कुंभ मेला भवन जहां पर तमाम मेले के अधिकारी मेले को नियंत्रण करेंगे उसको भी भारतीय परंपरा के अनुसार सजाया और संवारा जा रहा है।

कुम्भ क्षेत्र को खूबसूरत बनाने के लिए मेला प्रशासन द्वारा पूरी तैयारी की गई है और हरिद्वार मेला भवन जहां से तमाम मेले के अधिकारी मेले को कंट्रोल करेंगे। उसको भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। साथ ही हरिद्वार की तमाम उन दीवारों को भी पेंटिंग के माध्यम से सजाया जा रहा है जो जर्जर अवस्था में थी और इस कार्य को करने वाले चित्रकार भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। कुंभ को पेंटिंग के माध्यम से भव्य रूप देने में जुटी काजल का कहना है कि, जिस पेंट के माध्यम से हमारे द्वारा पेंटिंग की जा रही है यह काफी अच्छे होते हैं और इसमें पानी का भी कोई असर नहीं होता। हमारे द्वारा जो पेंटिंग की जा रही है वह पुरानी कला को देख कर की जा रही है। पुराने वक्त में इतनी सुविधा नहीं होती थी कि, लोग अपने घरों में पेंट कराएं, पुराने वक्त में लोग वाइट मिट्टी से अपने घर को सजाते थे और इसमें हाथों की कलाकारी देखने को मिलती थी, आज वह चीजें देखने को नहीं मिलती। इसीलिए हमारे द्वारा इस तरह की पेंटिंग बनाई जा रही है। हमारे द्वारा कुंभ भव्य और सुंदर बनाने के लिए धार्मिक सिंबल लिए गए हैं और उसी की पेंटिंग की जा रही है। हमें इस कार्य को करके काफी अच्छा लग रहा है। क्योंकि हमारा कल्चर लोगों को पता रहना चाहिए।

भारतीय धर्म का सबसे बड़ा उत्सव कुम्भ महापर्व इस बार पहले से कुछ अलग होगा, क्योंकि कोरोना महामारी के बाद कुंभ का भव्य स्वरूप किस तरह से होगा इसका अभी अंदाजा लगाना मुश्किल है। मगर उसके बावजूद भी हरिद्वार मेला प्रशासन कुंभ को भव्य और सुंदर बनाने में जुटा हुआ है। पेंटिंग के माध्यम से भारत की संस्कृति और सभ्यता को दिखाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। कुम्भ मेलाधिकारी दीपक रावत का कहना है कि, कुंभ को सुंदर बनाने के लिए कई प्रोजेक्ट पर कार्य किया जा रहा है। मेला भवन के सौंदर्य करण के साथ ही मेला क्षेत्र में जितने भी सार्वजनिक स्थान, हाईवे के पिलर या गंगा घाट सब पर खूबसूरत पेंटिंग करवाई जा रही है। साथ ही आकर्षण किस्म की लाइटिंग चौक चौराहे का सौंदर्यकरण।

दीपक रावत का कहना है कि, मेला क्षेत्र में की जा रही पेंटिंग को हमने 32 थीम में बनाए हैं और इसमें धार्मिक स्वच्छता और देश की संस्कृति को दर्शाया गया है और इसको पूरे मेला क्षेत्र में पेंटिंग के माध्यम से दिखाया जाएगा। कुंभ को पेंटिंग के माध्यम से भव्य और सुंदर बनाने के लिए मेला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है और इन खूबसूरत पेंटिंग में उत्तराखंड की संस्कृति के साथ-साथ भव्य कुंभ को भी दर्शाया जा रहा है। जिससे हरिद्वार कुंभ में आने वाले श्रद्धालु भी इसे देखकर मंत्रमुग्ध हो जाए और साथ ही हरिद्वार की वो तमाम निर्जीव दीवारें भी खिल उठेगी जो जर्जर अवस्था में थी।