हाथरस में हुई बेटी के साथ दरिंदगी पर धर्मनगरी हरिद्वार के लोग आक्रोशित। आंखों पर काली पट्टी बांध जताया विरोध

हाथरस में हुई बेटी के साथ दरिंदगी पर धर्मनगरी हरिद्वार के लोग आक्रोशित। आंखों पर काली पट्टी बांध जताया विरोध

रिपोर्ट- वंदना गुप्ता
हरिद्वार। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हैवानियत और दरिंदगी की शिकार हुई बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए पूरे देश भर में विरोध शुरू हो गया है। पूरा देश मांग कर रहा है कि, बेटी के साथ इतनी हैवानियत बरतने वाले आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए। हरिद्वार में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना के विरोध में अपनी आंखों पर पट्टी बांध और मौन रहकर यूपी सरकार और शासन-प्रशासन से मांग की है कि, जल्द से जल्द बेटी के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारा दिया था कि, “बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ” मगर आज बेटियों के साथ इतनी हैवानियत हो रही है। इसको लेकर पूरे देश में आक्रोश है। हाथरस में एक बेटी के साथ हुई दरिंदगी को लेकर हरिद्वार में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस मामले पर यूपी सरकार और वहां के शासन-प्रशासन को जगाने के लिए आंखों पर काली पट्टी बांधने के साथ ही मौन रहकर बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए धरना दिया। इनका कहना है कि, उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई इस घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है। एक बेटी के साथ दरिंदगी की गई मगर शासन-प्रशासन खामोश है। आज हमारे द्वारा जिनका जमीर मर चुका है उनको जगाने के लिए आंखों पर पट्टी और मुंह को बंद कर विरोध जताया जा रहा है। उस बेटी को इंसाफ मिलना चाहिए। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं “बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ” मगर इस नारे को सार्थक करने के लिए ठोस कदम उठाना पड़ेगा। अगर उस बेटी को इंसाफ नहीं मिलता है, तो पूरे देश में लोग सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे।

दिल्ली में निर्भया के साथ हुई दरिंदगी और उसकी निर्मम हत्या करने के बाद पूरे देश भर में आक्रोश उत्पन्न हो गया था और आज निर्भया के साथ दरिंदगी करने वालों को सजा भी मिल गई है। देश में बेटियों के साथ इस तरह की घटना करने पर कड़े कानून बनाए गए हैं। मगर उसके बावजूद भी इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही है। हाथरस में हुई इस शर्मनाक घटना से एक बार फिर देश के लोगों में आक्रोश उत्पन्न हो गया है। लोगों द्वारा मांग की जा रही है कि, कानून बनाने के साथ इस तरह की घटना को रोकने के लिए कोई ठोस कदम भी उठाया जाए। नहीं तो लोग सड़कों पर उतरने पर विवश हो जाएंगे। अब देखना होगा कि, कब तक हाथरस में हुई बेटी के साथ दरिंदगी करने वालों को यूपी सरकार और वहां का शासन-प्रशासन क्या कड़ी कार्रवाई कर पाता है। क्योंकि अभी तक तो यूपी सरकार और वहां का शासन-प्रशासन ही सवालों के घेरे में हैं।