सिविल अस्पताल में खून का सौदा, अधिकारियों ने साधी चुप्पी
रिपोर्ट- संदीप चौधरी
रुड़की। रक्तदान महादान की परिभाषा को बार-बार चरितार्थ करने वाला रुड़की सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक इन दिनों ब्लड के नाम पर खुलेआम वसूली कर रहा है। ऐसा ही एक मामला हाल ही में प्रकाश में आया है, जिसमें सोशल मीडिया पर ऑडियो और वीडियो दोनों ही वायरल हो रही है। इन ऑडियो/वीडियो में ब्लड बैंक का एक कर्मचारी ब्लड लेने आए लोगों से सरकारी फीस के साथ ही खर्च और अन्य सुविधा शुल्क के रूप में 1300 से 4000 के बीच की डिमांड करता नजर आ रहा है। हालांकि सीएमएस से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, उक्त कर्मी को ब्लड बैंक से हटाकर कोविड-19 में ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया है।
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि, सामाजिक संस्थाओं के साथ ही सिविल अस्पताल का स्टाफ और अन्य अधिकारी आम लोगों और सोशल वर्करों को यह नारा देते रहते हैं कि, रक्तदान “महादान” होता है। लेकिन कोरोना महामारी जैसे आपातकाल समय में रक्त के नाम पर की जा रही खुलेआम लूट से अधिकारियों की चुप्पी कहीं न कहीं इस बड़े खेल से पर्दा न उठने का संकेत दे रही है।
दिलचस्प बात यह भी है कि, ऐसे घिनौने कार्य को अंजाम देने वाले कर्मी पर कानूनी कार्रवाई ना करते हुए सीएमएस ने उन्हें सिर्फ यहां से हटाकर दूसरी जगह का कार्यभार दिया, इससे साफ जाहिर होता है कि, यहां किस कदर बड़ा गोलमाल किया जा रहा है।