राज्य में बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ NSUI ने फूंका सरकार का पुतला
देहरादून। राज्य में बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था के खिलाफ आज आज एनएसयूआई ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का पुतला दहन किया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गैरसैंण चमोली में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते गर्भवती महिला की मृत्यु व प्रदेश में गर्भवती महिलाओं को होने वाली समस्याओं के संबंध में जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया। ज्ञापन में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष सौरभ ममगाँई ने कहा कि, दिनांक 17 अगस्त 2020 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गैरसैंण में हीरा देवी नाम की गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती किया गया था। डॉक्टरों की जांच के बाद महिला स्वस्थ पाई गई व अस्पताल में ही सामान्य डिलीवरी होने की बात परिजनों को बताई गई।लेकिन 24 घंटे बाद 18 अगस्त 2020 को डिलीवरी के दौरान महिला की मृत्यु हो जाती है। गौरतलब है कि, अस्पताल प्रशासन द्वारा ना ही पुलिस को सूचना दी जाती है और ना ही पोस्टमार्टम करवाने के लिए परिवार को कहा जाता है। साथ ही गर्भ में पल रहे नवजात को बचाने का प्रयास भी नहीं किया जाता व महिला के मृत शरीर से बिना नवजात को अलग किए परिवार को सौंप दिया जाता है। जहां परिवार द्वारा ही अंतिम संस्कार से पहले नवजात को मां के पेट से अलग किया गया। महोदय यह घटना मानवता को शर्मशार करने वाली है।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) आपसे निम्न मांग करता है-
● डॉक्टर व अस्पताल प्रशासन के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा दर्ज करने व उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए जाएं।
● महिला के परिवार को सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाएं।
● प्रदेश के अधिकांश स्वास्थ्य केंद्रों में गर्भवती महिलाओं को समय पर उपयुक्त इलाज ना मिलने के कारण उन्हें अंतिम क्षणों में हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है। जिससे कि कई बार दुखद घटनाएं प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से सामने आती हैं, जिसके बाद भी प्रशासन कोई सबक नहीं लेता है।
अतः आपसे निवेदन है कि –
● ब्लॉक व तहसील स्तर के अस्पतालों में स्थाई सर्जन की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाए।
● आपातकाल स्थिति के लिए हर अस्पताल में कम से कम एक वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएं।
● अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था की जाए व यह शुचारू रूप से चलता रहे यह सुनिश्चित किया जाए।
आपसे निवेदन है कि, उपरोक्त विषय का अतिशीघ्र संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही के आदेश जारी किए जाएं। ताकि महिला व उसके परिवार को न्याय मिल सके।
इस मौके पर जिला सचिव विजय बिष्ट, डीएवी प्रभारी हिमांशु रावत, छात्र नेता आदित्य बिष्ट, उदित थपलियाल, गौरव रावत, अंकित बिष्ट, वासु शर्मा, उत्कर्ष जैन, प्रियांशु गौड़ आदि उपस्थित रहे।