नारायणबगड़ में शिकारियों की गोली का शिकार हुआ आदमखोर गुलदार
रिपोर्ट- गिरीश चंदोला
थराली। विकासखंड नारायणबगड़ में मासूम बच्चे को निवाला बनाने वाला नरभक्षी गुलदार को गैरबारम गांव में शिकारियों ने मार गिराया। नरभक्षी गुलदार से अब जाकर ग्रामीणों को निजात मिली है। नरभक्षी गुलदार को मारने के लिए गाँव मे तीन शिकारी तैनात किये गए थे, जिसमे लखपत सिंह, अजय रावत, जॉय हुकील थे। बीते 29 जून को गैरबारम गाँव में देवेंद्र सिंह की 12 वर्षीय बेटी दृष्टिका अपने मां के साथ खेत में थी, जहां नरभक्षी गुलदार ने उस पर अचानक हमला कर दिया जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
इससे पूर्व भी 29 मई को मलतुरा गाँव के त्यूला नामक तोक में एक 4 वर्षीय बच्ची को अपना निवाला बना चुका था। जिसके बाद नरभक्षी गुलदार को मारने के लिए जनता ने वन विभाग को पत्राचार किया था, वन विभाग को वाइल्ड लाइफ से आदमखोर गुलदार को मारने की अनुमति मिली थी। आदमखोर गुलदार लगातार क्षेत्र में दस्तक दे रहा था, जिससे ग्रामीण अपने घरों में दुबकने को मजबूर हो चुके थे।
जिसके बाद वन विभाग एवं शिकारियों द्वारा लगातार क्षेत्र में गश्त की जा रही थी। आखिरकार नरभक्षी गुलदार को शिकारियों ने मार गिराया। जानकारी देते हुए पश्चिमी मध्य पिंडर रेंजर नारायणबगड़ के वन क्षेत्राधिकारी जुगल किशोर चौहान का कहना है कि, आदमखोर गुलदार को घटनास्थल से 50 मीटर की दूरी पर मार गिराया गया है। कल पोस्टमार्टम किया जायेगा।