मुख्यालय के आदेशों को ताक पर रख थाने में हो रही डेली रूटीन चेकिंग व गणना
रिपोर्ट- मनोज नौडियाल
कोटद्वार। पूरे विश्व में कोरोना महामारी का आतंक फैला हुआ है। कई लोगों की जान चली गई है व कितने लोग ही इससे संक्रमित हो गए हैं। कोरोना महामारी में पुलिस विभाग भी इस बीमारी से संक्रमित हुआ है। भारत में कई पुलिसकर्मियों ने लोगों को बचाने के लिए अपनी जान तक गंवा दी है।जिसको देखते हुए पुलिस मुख्यालय देहरादून द्वारा कोविड-19 की एसओपी जारी की गई है। जिसमें कोरोना संक्रमण से बचाव के कारण दर्शाए गए हैं। जिसमें पुलिस को निर्देशित किया गया है कि, पुलिसकर्मियों को गणना व डेली वाहन रूटीन चेकिंग से दूरी बनानी है। किन्तु कोटद्वार थाने में न जाने किस अधिकारी की शह पर पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, या यूं कहे कि मुख्यालय द्वारा जबरन दिखावे के लिए यह एसओपी निकाली गई है।
कोटद्वार थाने में लगातार नियमित रूप से सायं पांच बजे से रात्रि आठ बजे तक डेली वाहन रूटीन चेकिंग हर चौराहे पर कराई जा रही है व रात्रि नो बजे गणना भी की जा रही है। जिससे प्रतीत होता है कि, कोटद्वार थाने में तैनात अधिकारियों की तानाशाही के चलते पुलिस मुख्यालय द्वारा कोविड 19 की एसओपी जारी होने के बाद पढ कर कहीं किनारे रख दी हो। अब प्रश्न यह उठता है कि, यदि किसी भी एक पुलिस कर्मी में संक्रमण पाया जाता है जिससे सभी में संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है तो तब इसका जिम्मेदार कौन होगा!