मुख्यमंत्री के पिता की झूटी अफवाह फैलाने वाले निकले भाजपा के सांसद-विधायक
– तबियत बिगड़ने पर मृत्यु की फैलाई झूटी खबर
देहरादून। कोरोना महामारी के चलते सोशल मीडिया पर लगातार फैल रही अफवाहों को रोकने के लिए देश भर मे जहां ताबड़तोड़ मुकदमे किये जा रहे हैं। वहीं भाजपा के विधायक और सांसद ही देश भर में झूठी अफवाहों को फैला रहे हैं। बीती रात ऐसी ही एक शर्मनाक अफवाह तेजी से फैल गयी कि, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता श्री आनंद सिंह बिष्ट का निधन हो गया। यह अफवाह प्रदेश में किसी अराजक तत्व के द्वारा नहीं बल्कि भाजपा के ही सांसद और विधायकों ने सोशल मीडिया पर फैलायी। गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने अपने फेसबुक अकाउंट पर योगी आदित्यनाथ के परिजनों को सांत्वना देते हुए लिखा गया कि “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के पूज्य पिता जी श्री आनंद सिंह बिष्ट जी के निधन का समाचार प्राप्त हुआ है। परमात्मा दिवंगत आत्मा को श्री चरणों मे स्थान दे”। इसके बाद उनकी यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गयी।
बता दें कि, सिर्फ तीरथ ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया मे लगातार विवादित पोस्ट करने के कारण सुर्खियों मे चल रहे बद्रीनाथ विधायक महेन्द्र भट्ट और मुन्ना सिंह चौहान ने भी इस प्रकार की भ्रामक जानकारी पोस्ट डाली। यदि भाजपा के ही सांसद और विधायक ही इस तरह की झूठी जानकारियां शेयर करेंगे तो जनता मे भ्रम फैलना जायज है। लोग देर रात तक फोन कर इस खबर की सच्चाई जानने के लिए मीडिया कर्मियों से संपर्क करते रहे। हालांकि बाद में इस खबर के झूठ निकलने के बाद इन सभी के द्वारा अपनी पोस्ट सोशल मीडिया से बिना किसी माफी मांगे हटा दी गयी। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि, प्रचंड बहुमत में चल रही भाजपा सरकार के मंत्री, सासंद और विधायक ही अपने अधिकारियों कि पुष्टि किये बिना किसी खबर को सच मानकर शेयर कैसे कर देते हैं। डबल इंजन की सरकार विभिन्न अफवाहों को सोशल मीडिया पर फैलने से रोकने के लिए कई ग्रुप एडमिन और सदस्यों पर आई टी एक्ट में मुकदमे दर्ज कर चुकी है।
पत्रकारों पर भी कोरोना से रोकथाम को लेकर सरकार की लापरवाहियां संबंधित पोस्ट करने पर मुकदमे दर्ज हो गए हैं। यह भी सब जानते हैं कि, इन सांसद और विधायकों पर कोई कार्यवाही नहीं होने वाली। अब बताना जरूरी होगा कि, यूपी से सीएम योगी आदित्यनाथ के 89 वर्षीय पिता आनंद सिंह बिष्ट पिछले एक माह से दिल्ली एम्स के आईसीयू वार्ड मे भर्ती हैं, और इसी बीच कल देर रात उनके निधन की झूठी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी, लेकिन वह जीवित है। उन्हें एंबुलेंस से उनके पैतृक गांव पौड़ी गढ़वाल के पंचूर यमकेश्वर में लाया जाएगा। वहां लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर है और उनकी हालत स्थिर है। एहतियात के तौर पर पौड़ी में उनके आवास पर तमाम सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। यह जानकारी उनके पुत्र सूबेदार शैलेंद्र सिंह बिष्ट ने दी। सूत्रों से ज्ञात हुआ कि, वह अपने पिता के निधन की अफवाह की खबरों से काफी व्यथित है।
जब गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत, विधायक मुन्ना सिंह चौहान व विधायक महेंद्र भट्ट ने उनके निधन की अफवाह फेसबुक एवं व्हाट्सएप पर श्रद्धांजलि देते हुए वायरल की तो उत्तराखंड में आम जनता ही नहीं बल्कि अधिसंख्य पत्रकारों ने भी इस बात पर विश्वास कर लिया था कि, योगी आदित्यनाथ के पिता नहीं रहे। कुछ चुनिंदा पत्रकार ही एम्स द्वारा जारी किए जाने वाले अधिकृत बुलेटिन के भरोसे थे।पहले यह माना जा रहा था कि, उन्हें हेलीकॉप्टर से उनके पैतृक गांव के लिए रवाना किया जाएगा। किंतु उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चिर परिचित छवि और शैली के चलते उन्हें अस्पताल से एंबुलेंस के माध्यम से ही लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर गांव लाया जाएगा।