लॉकडाउन के चलते मलिन बस्तियों में घर-घर जाकर राशन वितरित कर रही प्रियंका रानी
– संकट की घड़ी में समाजसेवा करना ही मेरी प्राथमिकता
देहरादून। बीते कुछ दिनों से कोरोना महामारी का कहर देश में पनपा हुआ है। जिसका खासा असर निम्न आय वाले लोगों पर, दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों पर पड़ा है। पूरे विश्व में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते आंकड़ो व महामारी से हो रही मौतों को देखते हुए प्रधानमंत्री द्वारा देश में एक दिन का लॉकडाउन किया गया। फिर कोरोना से बचाव एवं निजात पाने के लिए लॉकडाउन को आगे बढ़ा दिया गया। जिसके कारण प्राइवेट नौकरी वाले व छोटे-मोटे काम काज करने वाले लोग अपनी व्यवस्था को नहीं बना पाए। जिस वजह से उन्हें आज मंदी के दौर से गुजरना पड़ रहा है और खाने को मोहताज है।
जिसे देखते हुए भाजपा सरकार ने मोदी किचेन खोला और मजबूर लोगों में भोजन वितरित करना शुरू किया व सरकार द्वारा आवश्यक सामग्री भी बांटी गई। इसी कड़ी में कई एनजीओ और संस्थाएं भी इस काम में जुट गई। परंतु आज भी कुछ बस्तियां और इलाके ऐसे हैं, जहां पर कच्चा राशन और भोजन तीन-तीन दिन में पहुंचता है। जिसके कारण उन बस्तियों के छोटे बच्चे भूख से बिलख रहें है और परिजन भोजन उपलब्ध कराने में असमर्थ है। परंतु आज भी हमारे देश में कई लोग ऐसे है जो मजबूरों की पीड़ा को समझते है और उनकी पीड़ा को दूर करने का पूरा प्रयास करते है।
इसी कार्य में इन दिनों देहरादून बार एसोसिएशन की सदस्य प्रियंका रानी भी अपने अधिवक्ता साथियों की मदद से जुटी हुई है। वह पूरा प्रयास कर रही है कि, इस संकट की घड़ी में ज्यादा से ज्यादा मजबूर लोगों की मदद हो सके। हमें जानकारी देते हुए प्रियंका ने बताया कि, मैं बीते दिनों कुछ बस्ती में गयी जहां मेरे द्वारा फल, सेनेटाइजर व मास्क आदि वितरित किये गए और उन बस्ती वालों से उनका हाल जाना गया। जिसमें मालूम चला कि, उस बस्ती के बच्चे व लोग दो दिन से भूखे थे, जहां पर दो दिन तक कोई भोजन की व्यवस्था न थी।
जिस पर संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा कुछ अधिवक्ता साथियों से भोजन उपलब्ध कराने की अपील की गई। जिस पर साथियों द्वारा भोजन सामग्री (कच्चा राशन) चावल, दाल व अन्य जरूरी सामान उस क्षेत्र में वितरित करने के लिए दिया गया। उक्त सामग्री के पैकेट बनाकर 6 नम्बर पुलिया, रायपुर रोड, स्तिथ गुलाब बस्ती में भोजन वितरित किया गया। जिसे पाकर बस्ती के बच्चों व परिवारों के चेहरे खुशी से खिल उठें। इसी क्रम में दीप नगर, चुखुवाला और आस-पास की कुछ मलिन बस्तियों में भोजन वितरित करने का कार्य प्रशासन की मदद से गरीब परिवारों को चिह्नित करके किया गया है। हमारी हर घर राशन पहुंचाने की मुहिम निरंतर जारी है। रोजाना 50-60 परिवारों को कच्चा राशन दिया जा रहा है।
इस दौरान प्रियंका ने कहा कि, जब तक हमारा सामर्थ्य है हम मजबूर परिवारों की मदद करेंगे। सभी संस्थाएं अपने-अपने स्तर से इस कार्य में जुटी हुई है। प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा लिया गया फैसला देश हित में है इसलिए हम सभी को एकजुट होकर इस महामारी से निजात पाना है, और इससे निजात पाने के लिए सभी को लॉकडाउन के नियमों का अपने घरों में रहकर पालन करना होगा। क्योंकि कोरोना से लड़ाई आपकी-हमारी नहीं पूरे देश की है, और पूरा देश सरकार के साथ एकजुट होकर इस महामारी से विजय हासिल करेगा। इस शुभ कार्य में अधिवक्ता महेश कुकरेजा, इमरान, पुंडीर जी, जतिन अग्रवाल, चारू और अध्यापक राजीव ठाकुर आदि लोग मुख्य रूप से जुड़े है।