दून में आप कार्यकर्ताओं ने रंग-गुलाल व मिष्ठान वितरित कर मनाया दिल्ली की जीत का जश्न

दून में आप कार्यकर्ताओं ने रंग-गुलाल व मिष्ठान वितरित कर मनाया दिल्ली की जीत का जश्न

 

– दिल्ली की समझदार जनता ने सिरे से नकार दिया
– भाजपा के अमित शाह सहित बड़े नेताओं द्वारा पूरे चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषणों द्वारा साम्प्रदायिकरण व धुर्वीकरण की कोशिश की गयी

देहरादून। आज दिनांक- 11/02/20 प्रदेश उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी की जबरदस्त जीत का जश्न रंग-गुलाल खेलकर व मिष्ठान वितरित कर मनाया गया। चुनाव परिणामों की घोषणा होने के साथ ही आम आदमी पार्टी की बढ़त बनाते ही “आप” कार्यकर्ता स्थानीय लैंसडाउन चौक पर एकत्रित होना शुरू हो गये।

बता दें कि, इस अवसर पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए “आप” नेताओं ने कहा कि, दिल्ली में आम आदमी पार्टी की लगातार तीसरी बड़ी जीत दिल्ली की आम जनता की जीत है। आम आदमी पार्टी द्वारा दिल्ली का चुनाव दिल्ली की आम जनता के शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, रोजी-रोटी व रोजगार जैसे मूलभूत मुद्दों पर लड़ा गया। जबकि भाजपा के अमित शाह सहित बड़े नेताओं द्वारा पूरे चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषणों द्वारा साम्प्रदायिकरण व धुर्वीकरण की कोशिश की गयी, जिसे दिल्ली की समझदार जनता ने सिरे से नकार दिया है।

उन्होंने कहा कि, आम आदमी पार्टी का जन्म अन्ना आंदोलन की कोख से वर्तमान राजनीति की दिशा व दशा बदलने के लिए हुआ था और आज आम आदमी पार्टी इस प्रयोग में सफल हो रही है। आज दिल्ली के विकास मॉडल, शिक्षा क्रांति व मौहल्ला क्लिनिक की गूँज पूरी दुनिया में है। मध्य प्रदेश, झारखंड, प. बंगाल, महाराष्ट्र जैसे राज्य विकास के “दिल्ली माडल” को लागू करने जा रहे, मोदी जी के विकास का गुजरात मॉडल पूरे देश में फेल हो चुका है।

कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि, आम आदमी पार्टी की प्रदेश ईकाई उत्तराखण्ड में भी दिल्ली की आम आदमी पार्टी की अरविंद केजरीवाल सरकार की तर्ज पर उत्तराखण्ड में भी आम जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार पर दबाव बनायेगी। विकास के दिल्ली मॉडल को अपनाकर ही उत्तराखण्ड का सर्वांगीण विकास सम्भव है।

इस अवसर पर उमा सिसौदिया, विशाल चौधरी, सुधीर पंत, विपिन खन्ना, अशोक सेमवाल, धीरेन्द्र कुमार, सरिता गिरी, बलविंदर सैनी, गुरनैन सिंह, वीरेंद्र पोखरियाल, सोमेश बुड़ाकोटी, दिनेश पेटवाल, शिखा गुप्ता, विजय तोमर, शैलेश तिवारी, संदीप बिड़ला, उपमा अग्रवाल, श्यामलाल नाथ, मुकेश सिंह, प्रेरणा अरोड़ा, विपुल पांचाल, सुरेश आर्य, मयंक सूद, द्रोण गुलाटी, सुरेश कुमार, काशीराम ठाकुर, शाबान सहित अनेक कार्यकर्तागण उपस्थित रहे।