उत्तराखंड में लगातार बंद हो रहे विद्यालयों की संख्या पहुंची एक हजार के पार
– तो क्या सैकड़ों राजकीय विद्यालय बंद होने के मामले में मिलना था त्रिवेंद्र को बेस्ट सीएम अवार्ड
– त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल वर्ष 2017- 18 में हुए 600 विद्यालय बंद
– वर्ष 2018-19 में भी सैकड़ों स्कूल बंद
– मोर्चा अवार्ड मामले में करेगा सिलसिलेवार प्रहार
देहरादून। विकासनगर स्तिथ जन संघर्ष मोर्चा के कार्यालय में मोर्चा अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने अपना एक बयान जारी कर कहा कि, प्रदेश के महान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कार्यकाल वर्ष 2017-18 में प्रदेश के 452 प्राथमिक एवं 148 उच्च प्राथमिक विद्यालय बंद हो गए तथा इसी प्रकार वर्ष 2018-19 व 2019 से लेकर आज तक भी सैकड़ों विद्यालय बंद हो गए तथा सैकड़ों बंदी के कगार पर हैं।
जैसा कि सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि, प्रदेश के गरीबों व जरूरतमंद बच्चों को शिक्षा मुहैया कराने के मामले में त्रिवेंद्र सरकार फ्लॉप साबित हुई है। उसी का नतीजा है कि, विद्यालयों में शिक्षकों की कमी व गुणवत्ता न होने के कारण गरीबों ने भी इन विद्यालयों से मुंह मोड़ लिया है।
हैरानी की बात यह है कि, यह वो विद्यालय हैं, जो 10 या 10 से कम छात्र संख्या वाले हैं। रघुनाथ ने बताया अगर त्रिवेंद्र रावत को किसी संस्था द्वारा देश का बेस्ट सीएम अवार्ड दिया जाता तो निश्चित तौर पर इससे घृणित और निंदनीय कृत्य कोई हो नहीं सकता था। इसके साथ-साथ ऐसी स्थिति में देश का सर्वश्रेष्ठ सीएम अवार्ड दिया जाना (प्रस्तावित) प्रदेश की जनता से बहुत बड़ा धोखा है।