सपा के छुटभैया कार्यकर्ताओं ने रखी अखिलेश यादव की लाज
– समाजवादी के उपद्रवियों पर पुलिस नहीं लगा सकी लगाम
– योगी-मोदी पर अभद्र टिप्पणी कर प्रदर्शन करते रहे कुछ दर्जन सपाई
– भारी-भरकम फोर्स की तैनाती के बाद भी प्रदर्शनकारियों को नहीं रोक सकी पुलिस
– सपा के दिग्गज नेताओं को सता रहा था गिरफ्तारी का भय घरों के भीतर दुबक कर रह गए कद्दावर नेता
कौशाम्बी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर आज जिले में समाजवादी पार्टी ने धरना प्रदर्शन और ज्ञापन कार्यक्रम आयोजित किया था, जो पूरी तरह से फ्लॉप रहा। पूर्व नियोजित इस कार्यक्रम में समाजवादी के कद्दावर नेता पूर्व कबीना मंत्री सांसद, विधायक, एमएलसी, पूर्व ब्लाक प्रमुख, पूर्व चेयरमैन नहीं शामिल हो सके सपा के इन कद्दावर नेताओं को भय था कि, धारा 144 लगी है कहीं पुलिस गिरफ्तार न कर ले।
बता दें कि, गिरफ्तारी के भय के चलते कद्दावर नेता घरों में दुबक गए, कुछ दर्जन कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन में शामिल हुए लेकिन धरना तो नहीं दे सके और प्रदर्शन के नाम पर योगी- मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी और अभद्र टिप्पणी करते हुए मुख्यालय की सड़कों पर कलेक्ट्रेट की ओर बढ़ते गए लेकिन भारी-भरकम फोर्स की तैनाती कराए जाने के बाद अभद्र टिप्पणी कर रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को पुलिस के जवान नहीं रोक सके। समाजवादी पार्टी के धरना प्रदर्शन के मामले में पुलिस पूरी तरह से फेल रही है।
जबकि जनपद मुख्यालय में डीएम, एसपी मौजूद थे, समाजवादी पार्टी का धरना प्रदर्शन भी पूरी तरह से सफल नही कहा जाएगा, कद्दावर नेताओं की अनुपस्थिति में दरी बिछाने वाले कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव की लाज रख ली है। समाजवादी कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संशोधन के विरोध में प्रदेश में भ्रष्टाचार, अत्याचार, पुलिस उत्पीड़न सहित खराब कानून व्यवस्था को लेकर ज्ञापन सौंपा, समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेताओं के दुबक कर घर में बैठ जाने के बाद यह देखने को मिला है कि, समाजवादी पार्टी का इकबाल खत्म होता जा रहा है। यदि पार्टी का इकबाल कायम होता तो धरना प्रदर्शन रैली में भीड़ जरूर होती।