पहाड़ों में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्तव्यस्त, माइनस 7 डिग्री पहुंचा तापमान

पहाड़ों में भारी बर्फबारी से जनजीवन अस्तव्यस्त, माइनस 7 डिग्री पहुंचा तापमान

 

रिपोर्ट- शम्भू प्रसाद….
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदला हुआ नजर आ रहा है। भारी बर्फबारी के चलते पहाड़ शीतलहर की चपेट में आ गए हैं। शुक्रवार सुबह केदारनाथ, तुंगनाथ और मदमहेश्वर धाम में भारी बर्फबारी हुई। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी के चलते गढ़वाल के सभी जिलों में शुक्रवार तड़के से शीतलहर का प्रकोप है। मौसम विभाग की ओर से अगले 24 घंटे में भारी बर्फबारी और बारिश की चेतावनी है।

केदारनाथ में शुक्रवार को भी मंदिर परिसर समेत केदारपुरी में दो फीट तक नई बर्फ जम गई। यहां अधिकतम तापमान माइनस 7 दर्ज किया गया। द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ समेत चोपता, दुगलबिट्टा व जनपद के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी भारी हिमपात हुआ है। मौसम विभाग ने शुक्रवार को रुद्रप्रयाग के ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया। प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप जारी है।

शीतलहर की वजह से आठ जिलों में देहरादून, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी, पिथौरागढ़, नैनीताल और अल्मोड़ा में भारी बारिश की संभावना जताई है। गुरुवार को उत्तराखंड में सीजन की सबसे अधिक बर्फबारी हुई थी। चमोली जिले में बदरीनाथ धाम के साथ ही हेमकुंड साहिब, रुद्रनाथ, गौरसों बुग्याल, औली सहित ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी अभी भी जारी है। गैरसैंण में भी बर्फबारी हो रही है। भराड़ीसैंण में विधानसभा भवन एवं परिसर के आसपास करीब 6 फीट तक बर्फ पड़ी है।

 

पहाड़ में बृहस्पतिवार से हो रही बर्फबारी के बाद से चमोली के 25 गांव बर्फ से ढक गए हैं। जोशीमठ-औली, चमोली-मंडल-ऊखीमठ और घाट-रामणी मोटर मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। मौसम में गिरावट के चलते ग्रमीण घरों में दुबके हुए है। वही चोपता दुग्गलबिट्टा में सैलानियों की भरमार रही। चोपता घूमने आए सत्येंद्र बिष्ट ने बताया कि, रुद्रपयाग में भारी बारिश है। जनता परेशान है। लेकिन धरती का स्वर्ग कहलाने वाले चोपता में सैलानी घूमने आए हुए हैं।

 

उन्होंने बताया कि, चोपता की पहाड़ी बर्फ की चादर से ढकी हुई है। जिसे देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि तुंगनाथ को मिनी स्विट्ज़रलैंड के नाम से भी जाना जाता है। जिसके चलते तुंगनाथ में पर्यटन बढ़ जाता है, इस दौरान वहां पर धीरेंद्र बिष्ट, दिनेश चंद्र, कुलदीप, मंजू देवी और कई सैलानी मौजूद रहे।