बारिश की बूंद पड़ते ही विद्युत व्यवस्था के ठप होने से खासा परेशान क्षेत्रवासी
कौशाम्बी। दोआबा में करोड़ों खर्च होने के बाद भी विद्युत व्यवस्था में कोई सुधार नहीं दिख रहा है। आलम यह है कि, जिला मुख्यालय में बारिश की बूंद पड़ते ही सप्लाई धड़ाम हो जाती है। इससे लोगों को रात अंधेरे में गुजरनी पड़ रही है। बारिश के साथ छाए घुप-अंधेरे से लोगों के घरों में चोरी की घटनाएं बढ़ जाती है। विद्युत कटौती के बारे में अफसर से लेकर लाइन मैन तक का एक ही जवाब होता है। लाइट फाल्ट हो गई है, दिन में ही ठीक होगी।
बता दें कि, विद्युत विभाग के अफसरों के लिए अब शासकीय फरमान भी कोई मायने नहीं रखता है। पिछले कई माह से रोस्टर को ताक पर रखकर विद्युत सप्लाई दी जा रही है। इससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पडता है। लोगों का आरोप है कि, नियमित विद्युत सप्लाई को दुरुस्त करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च हो चुके है। इसके बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आया है। हाल ही में नगर पंचायत मंझनपुर में तार और खम्भे भी बदले जा चुके हैं। इसके बावजूद भी बारिश की बूंद पड़ते ही सप्लाई ठप हो जाती है।
गुरुवार को इसकी बानगी पुनः देखने को मिली। शाम में जैसे बारिश की पहली बून्द गिरी तो पूरे कस्बे सहित ग्रामीण अंचल की बत्ती गुल हो गई। इससे शाम ढलते ही कस्बा अंधेरे में डूब गया। घुन अंधेरे में हो रही बारिश से लोग परेशान दिखे। आरोप है कि, कई बार शिकायत के बाद भी देर रात तक विद्युत सप्लाई शुरू नहीं हो सकी। विद्युत विभाग के अफसरों की मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि, सीयूजी नम्बर भी स्वीच ऑफ कर देते है। यदि चालू भी रहा तो फोन नहीं उठाते है। इसकी शिकायत कई बार उच्च अफसरों से हो चुकी है। परेशान नगरवासी अब बिल जमा करने से गुरेज कर रहें है।