देश में घटी गोपशुओं की संख्या, 15 करोड़ 11 लाख से घट कर 14 करोड़ 21 लाख
नई दिल्ली। सरकार ने संसद में इस बात को स्वीकार किया कि, पशुओं की ताजा गणना के अनुसार, देश में देसी गोपशुओं की संख्या 2012 की तुलना में 2019 में 15 करोड़ 11 लाख से घट कर 14 करोड़ 21 लाख रह गई है।
मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री डॉ संजीव कुमार बालियान ने शुक्रवार को राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में हाल ही में जारी 20वीं पशुधन गणना 2019 के प्रमुख परिणामों (अनंतिम) का हवाला देते हुए बताया कि, देश में गोपशुओं की संख्या करीब 19 करोड़ 25.2 लाख, भैंसों की संख्या 10 करोड़ 98.5 लाख तथा गधों की संख्या 1.2 लाख है।
बालियान ने बताया कि, 20वीं पशुधन गणना 2019 के प्रमुख परिणामों (अनंतिम) के अनुसार, देश में भेड़ों की संख्या सात करोड़ 42.6 लाख, बकरियों की संख्या 14 करोड़ 88.8 लाख, घोड़े और टट्टुओ की संख्या 3.4 लाख, खच्चरों की संख्या 80 हजार, गधों की संख्या 1.2 लाख, ऊंटों की संख्या 2.5 लाख और सुअरों की संख्या 90.6 लाख है।
उन्होंने बताया कि मिथुन की संख्या 3.8 लाख और याक की संख्या 60 हजार है। देश में देसी गोपशुओं की संख्या 2012 की तुलना में 2019 में 15 करोड़ 11 लाख से घट कर 14 करोड़ 21 लाख रह गई है। जबकि कुक्कुट पक्षियों की संख्या 2012 में 72.921 करोड़ थी जो बढ़ कर 2019 में 85.181 करोड़ हो गई।