सरकार फर्जी आंकडें पेश कर उत्तराखंड प्रदेश को बनाना चाहती है खुशहाल
– बेरोजगारी, पलायन, आर्थिक मंदी ने तोड़ दी उत्तराखंड की कमर
– शुक्र है कि जीडीपी मामले में त्रिवेंद्र ने गलती सुधारी, वरना मोर्चा करता धुलाई -नेगी
– प्रदेश की आर्थिकी एवं अन्य क्षेत्र में हो रही अप्रत्याशित गिरावट
– प्रदेश में विकास का पहिया हो गया है जाम
देहरादून। विकासनगर स्तिथ जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने बयान जारी कर कहा कि, कल समाचार पत्रों में सूबे के मुख्यमंत्री/वित्त मंत्री, त्रिवेंद्र रावत ने बताया था कि, प्रदेश में जी.डी.पी. में 32 फ़ीसदी बढ़ोतरी हुई है।प्रदेश की जनता को छलने जैसा लगा।
मोर्चा अध्यक्ष नेगी ने बताया कि, पिछले ढाई वर्षों में जिस प्रकार कृषि, वानिकी, उद्योग, खनन, राजस्व आदि क्षेत्रों में भारी गिरावट आई है। उससे धरातल पर प्रदेश की जीडीपी बढ़ने के बजाय घटी है। यानी, अगर धरातल पर बात की जाए तो जीडीपी 5 फ़ीसदी से भी कम है। लेकिन सरकार आंकड़ों में बाजीगरी कर लगभग 6:45 फीसदी दर्शा रही है।
इसी प्रकार प्रति व्यक्ति आय भी 1.99 लाख दर्शा रही है, जबकि यह आंकड़ा भी झूठ का पुलिंदा है। सरकार झूठे आंकड़े पेश कर जीडीपी में वृद्धि का दावा कर रही थी, जबकि प्रदेश की जनता तिल-तिल मरने को मजबूर है। जिस प्रदेश में रोजगार के अवसर लगभग खत्म कर दिए गए हो, उस प्रदेश में जनता कैसे खुशहाल रह सकती है। पूर्व में भी सरकार द्वारा झूठे आंकड़े पेश कर जनता को गुमराह किया गया था।