विजिलेंस टीम के ढीलेपन से कटिया धारकों का हौसला बुलंद
– विद्युत चोरों के सामने विजिलेंस की टीम दिखाई पड़ रही बौनी, रोज शाम लगती है कटिया….
– आखिर किसकी सह पर होती है कटियामारी जो रुकती नहीं….
नेवादा कौशाम्बी। जहाँ एक तरफ सूबे की योगी सरकार विद्युत चोरी रोकने के लिए तरह-तरह की टीम गठित कर रही है। वहीं पर उन्ही के गठित टीम के अधिकारी व कर्मचारी की घोर लापरवाही के चलते विद्युत चोरी का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है, और कई बार जेई ने कटिया पकड़ा भी लेकिन लेन-देन कर छोड़ दिया गया।
बताते चलें कि, चायल तहसील के पेरवा पावर हाउस में तैनात अधिकारी व कर्मचारी के भ्रष्टाचार का सिलसिला अपनी नीवं जमा चुका है। जिसके चलते विद्युत चोरी जोरों पर देखने को मिल रही है। यहाँ तक कि, गुर्रा केबल को काट कर कटिया मारी की जा रही है, और यहाँ पर पावर हाउस में तैनात संविदाकर्मी की संलिप्त होने की चर्चायें चारों ओर से आ रही है।
जिक्र करें तो यहाँ पर सेम्पल के रूप में पेरवा पावर हाउस के पिपरहाई गाँव के प्राथमिक विद्यालय में ग्राम प्रधान व प्रधानाध्यापक के संलिप्तता में गुर्रा तार को काटकर कटिया मारकर विद्युत उपयोग करते हैं। अब सवाल इस बात का है कि, जब सरकारी कर्मचारी ही चोरी करने में कोई कोर कसर नही छोड़ते है, तो गरीब जनता भला कैसे रुकेगी?
पावर हाउस में तैनात संविदा कर्मी जो कि, पुराना होने के कारण जनता से काफी परिचय बना लिया है। यहाँ तक कि, वो संविदा कर्मी कुछ पैसा लेकर कनेक्शन कर देता है, और छह माह अथवा साल तक जब बिल नहीं आता तो लोगों से 1500-2000 रुपये लेकर फिर नया मीटर लगा देता है। यह है संविदा कर्मी की जिम्मेदारी। जेई महेंद्र कुमार को इसकी जानकारी है भी या नहीं इन सब सवालों के घेरे में घूम रहे हैं, पावर हाउस के अधिकारी।