Breaking: नगर निगम का पॉलीथिन मुक्त जनजागरूकता अभियान पूर्णतः फेल

नगर निगम का पॉलीथिन मुक्त जनजागरूकता अभियान पूर्णतः फेल

 

– पालीथीन की पट्टियां लगाकर चला ‘पालीथीन मुक्त अभियान’….

– प्रदेश के मुख्या सहित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने भी किया पॉलीथिन का प्रचार….

देहरादून। आज दिनांक- 05/11/19 दिन मंगलवार को नगर निगम ने राजधानी देहरादून में 50 किमी लंबी मानव श्रृंखला कार्यक्रम चलाया। इस 50 किमी लंबी श्रृंखला में भाजपा के मुख्यमंत्री सहित सांसद, विधायक, पार्षद, व कई लोगो ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बता दें कि, उत्तराखण्ड प्रदेश की राजधानी देहरादून को पॉलीथिन/प्लास्टिक मुक्त करने के लिए यह अभियान चलाया गया था। जिसमें सीएम सहित उपस्थित अन्य लोगों ने भी पॉलीथिन का जमकर प्रचार किया। क्योंकि, इस अभियान में उपयोग किये गए बैनर व बैरिकेटिंग पट्टियां सभी प्लास्टिक की थी।

गौरतालब है कि, एक और नगर निगम शहर भर में पॉलीथिन मुक्त अभियान चला रहा है, दूसरी और 50 किमी लंबी श्रृंखला में पॉलीथिन की पट्टियां लगा रहा है। बात हैरानी की इसलिए भी है कि, यह अभियान जिस उद्देश्य को लेकर के चलाया गया, वो कहीं दिखा ही नही, दिख रहा है तो सिर्फ शहर में घंटो लगा जाम और प्रदेश के मुख्या सहित संसाद, विधायक, और नगर निगम के पार्षद जो हमेशा की तरह इस अभियान में भी पॉलीथिन की पट्टियों के आगे खड़े होकर फ़ोटो खिंचवाते नजर आए।

बात हंसी-ठिठोली की है क्योंकि, उत्तराखण्ड प्रदेश के मुख्या त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट किया जिसमें उन्होंने लिखा कि, पॉलीथिन और सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ जनजागरूकता के लिए नगर निगम देहरादून द्वारा आयोजित 50 किमी लंबी श्रृंखला में शामिल हुआ। मानव श्रंखला में स्कूली बच्चों, व्यापारियों, कर्मचारियों, और समाज के प्रबुद्ध लोगो ने शामिल होकर पॉलीथिन व प्लास्टिक यूज न करने तथा देश व समाज को प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प लिया। इस पोस्ट के साथ सीएम त्रिवेन्द्र ने कुछ फ़ोटो भी पोस्ट की जिसमें सीएम त्रिवेन्द्र खुद पॉलीथिन पट्टी के सामने खड़े है। इसके साथ वो पोस्ट में नीचे लिखते है, #SAY NO TO PLASTIC….. सिर्फ इतना ही नहीं देहरादून नगर निगम के मेयर सुनील उनियाल गामा भी कई जगह फ़ोटो खिंचवाते नजर आए।

 

– शहर में घंटो लगा रहा जाम जनता में रोश….

आज सुबह 9 बजे से 11 बजे तक नगर निगम ने शहर में पॉलीथिन मुक्त अभियान चलाया, इस 2 घंटे के कार्यक्रम के दौरान शहर में खासा जाम की स्तिथि बनी रही। जिससे कार्यक्रम में उपस्थित हुए लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ा फर्क पड़ा तो सिर्फ और सिर्फ हमेशा की तरह शहर की जनता को। नौकरी पेशा वाले लोगो को भी दिक्कतों का खासा सामना करना पड़ा। क्योंकि पूरे शहर भर में आज ट्रैफिक रूट भी डाइवर्ट किया गया था, पर उसकी समुचित व्यवस्था नहीं की गई, और न ही इस पर किसी ने विशेष तौर पर ध्यान दिया।

जिसकी वजह से लोगो को दिक्कतें उठानी पड़ी, जो लोग रोज विक्रम/बस में सफर करते है उन्हें सड़को पर पैदल यात्रा कर अपने स्थान पर जाना पड़ा, जिन बच्चो को 9 बजे 10 बजे कॉलेज पहुंचना होता है, जाहिर है वह भी अपने समय पर नहीं पहुंच पाए होंगे, जिन लोगो को नौकरियों पर पहुंचना होता है वो भी समय पर नही पहुंच पाए। क्योंकि, आज शहर में नगर निगम का जो कब्जा था।

 

इस क्रम में राह चलते एक कांग्रेस के एक पार्षद पति से जब पूछा गया कि, आज यह जाम की स्तिथि पूरे शहर में बनी है, और इसकी समुचित व्यवस्था तक नही की गई आखिर क्यों? तो उन महाश्य का कहना था कि, क्या करें मेयर साहब की मेहरबानी है, हम खुद परेशान है।