रुद्रप्रयाग में विजयी प्रत्याशी को मौत के घाट उतारने की कोशिश, बाल-बाल बचे ड्राइवर और प्रधान

रुद्रप्रयाग में विजयी प्रत्याशी को मौत के घाट उतारने की कोशिश, बाल-बाल बचे ड्राइवर और प्रधान

 

– हारने वाले के समर्थकों ने गाड़ी में लगाई आग

रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव तो शांतिपूर्वक निपट गए लेकिन परिणाम आने के बाद एक हिंसा की घटना हुई है। बता दें कि, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान तीन चरणों में हुए थे, और किसी भी चरण में हिंसा की एक भी वारदात सामने नहीं आई थी, लेकिन चुनाव परिणाम के बाद अब रंजिश का एक मामला रुद्रप्रयाग से सामने आया है। गुप्तकाशी के शल्या गांव में चुनाव हारने वाले प्रत्याशी के समर्थकों ने जीतने वाले प्रत्याशी से मारपीट ही नहीं की बल्कि उसकी गाड़ी में आग भी लगा दी।

 

 

बीते दिन त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का रिज़ल्ट आया तो गुप्तकाशी के शल्या गांव में लक्ष्मण सिंह रावत प्रधान पद पर विजयी घोषित हुए। उन्होंने इस चुनाव में वीरेंद्र सिंह रावत को हराया। आरोप है कि, वीरेंद्र सिंह रावत के समर्थक हार पचा नहीं पाए और उन्होंने मंगलवार रात को विजयी प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह रावत के साथ मारपीट की जहां ग्रामीणों ने बीच-बचाव के बाद मामला शांत करवाया।

 

 

लेकिन वीरेंद्र सिंह के समर्थकों का गुस्सा खत्म नहीं हुआ और वीरेंद्र सिंह रावत के बेटे चैत सिंह के साथ लोक सिंह और अशोक ने नव निर्वाचित प्रधान लक्ष्मण सिंह की मैक्स गाड़ी को तब आग लगा दी जब लक्ष्मण सिंह उसमें बैठकर जा रहे थे।

 

 

बताते चलें कि, गनीमत रही कि, लक्ष्मण सिंह और ड्राइवर चरण सिंह समय से वाहन से बाहर निकल गए और उनकी जान बच गई। इस हमले की शिकायत गुप्तकाशी थाने में की गई जिसके बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी रुद्रप्रयाग अजय सिंह ने बताया कि, तीनों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कर ली गई है और क़ानूननन उन पर कार्रवाई की जाएगी।