सरकार चली वाहनों की जांच करवाने जांच केंद्रों की समुचित व्यवस्था कर नहीं पाई

– जनता को रातों लाईन में लगवाकर चैन की नींद सो रही सरकार….

 

- प्रदूषण जाँच के नाम पर लोगों का जीना हुआ दुश्वार….
- जनता का लाईन में लगना बन गयी नियति।
- मोर्चा करेगा जनता की परेशानी को दूर करने को आन्दोलन।

देहरादून। विकासनगर स्तिथ जनसंघर्ष मोर्चा के कार्यालय में आज फिर पत्रकारों से वार्ता करते हुए जन संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि, प्रदेश भर में मोटर वाहनों इत्यादि की प्रदूषण जाँच के नाम पर सरकार ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है।

 

 

हैरानी की बात यह है कि, उक्त नियम लागू करने से पहले सरकार को इस पर होम वर्क करना चाहिए था, जो कि नही किया गया। यानि जाँच केन्द्रों की समुचित व्यवस्था को चेक नही किया गया जो कि करना चाहिए था। उसके उपरान्त सरकार को कानून लागू करना चाहिए था। सरकार की अपरिपक्वता एवं निकम्मेपन की वजह से जनता को रातों लाईन में लगकर एक तरह से जाँच केन्द्रों पर पहरा देना पड़ रहा है।

 

 

तत्पश्चात होना तो यह चाहिए था कि, नियम लागू करने से पहले सरकार को बड़े पैमाने पर जाँच केन्द्रों की स्थापना करनी चाहिए थी। लेकिन इन केन्द्रों के अभाव में लोगों का जीना दुश्वार हो गया है, तथा वहीं चिलचिल्लाती धूप भी लोगों की परेशानी में खासा इजाफा कर रही है।

 

 

नेगी ने कहा कि ऐसे समय में जब पूरा प्रदेश डेंगू जैसी बीमारी की चपेट में है तथा दूसरी महामारी (प्रदूषण जाँच) ने और परेशानी बढ़ाने की काम किया है।
नेगी ने कहा कि पहले सरकार ने नोटबंदी, जनधन आदि तमाम योजनाओं के नाम पर जनता को लाईन में लगाया तथा अब जाँच के नाम पर लाईनों में लगाया, इससे प्रतीत होता है कि लाईन में लगना प्रदेश की जनता की नियति बन गयी है।

 

 

मोर्चा ने सरकार पर सीधा प्रहार किया और चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर शीघ्र ही मामले में अवधि बढ़ाने को लेकर शिथिलता प्रदान नहीं की तो मोर्चा आन्दोलन करेगा।

 

 

आज पत्रकार वार्ता में जनसंघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रघुनाथ नेगी संग, डाॅ ओपी पंवार, दिलबाग सिंह, सुशील भारद्वाज आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।