राजेश थापा न मम्मी है न पापा- किन्नर शालू
देहरादून। आज अगर बात करें राजेश थापा उर्फ किन्नर नेता रजनी रावत की यह वही खौफनाक शख्स है जो बीते निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी से मेयर का चुनाव लड़ रही थी। जनता को अपना परिवार समझने वाली रजनी उस समय पर सोचने को मजबूर कर देती है, जब रजनी रावत सड़क पर किसी को भी नंगा करके पीटने लगती है। तब इन्हें ना कानून का खौफ रहता है, और ना ही पुलिस का डर। अपने घर में यह किसी को भी कुत्ते की संगल डलवा कर नंगा नाच करवा देती हैं, किसी को भी चाहे धमकी दे देती हैं और किसी को भी चाहे गंजा करवा देती हैं।
कुछ समय पहले मैडम के ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुए। हाल ही मैं दो किन्नर पक्षों में खूब जमकर मारपीट हुई मारपीट करने वाले किन्नर नेता रजनी रावत के गुट की किन्नर बताई गई। पहले भी इन दोनों गुटों की आपसी रंजिश सामने आ चुकी है। इस मारपीट में बताया जा रहा है कि रजनी गुट के किन्नरों ने दूसरे गुट के किन्नरों पर धारदार हत्यारों से वार किया। किन्नर शालू ने बताया कि, वह रोज की तरह बधाई मांगने गई थी। इसी दौरान राजेश थापा उर्फ रजनी रावत गुट के कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया।
जिससे वह बुरी तरह जख्मी हो गई। पीड़ित किन्नरों ने रजनी रावत पर आरोप लगाते हुए कहा कि, हमेशा से ही रजनी रावत मारपीट पर उतारू हो जाती है। उन्होंने रजनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, राजेश थापा उर्फ रजनी रावत जन्मजात से किन्नर नहीं है। वह नेपाल से अपना लिंग परिवर्तन कराकर यही किन्नर बनी बैठी है। सिर्फ इतना ही नहीं नेपाल से रजनी कई लोगों का लिंग परिवर्तन कराकर उन्हें जबरन किन्नर बनाकर यहाँ अपने साथ रखती है। लिंग परिवर्तन के आरोप लगाते हुए किन्नरों ने कहा कि, किन्नरों का पहचान पत्र अनिवार्य रूप से बनाया जाना चाहिए।
जिससे असली व नकली किन्नरों की पहचान हो सके। इसके अलावा किन्नरों द्वारा ली जाने वाली राशि को निर्धारित भी किया जाना चाहिए। यह मैडम की छवि के दूसरे पहलू को भी दर्शाता है। अनुमान लगाया जा सकता है, अगर गलती से किन्नर रजनी सत्ता पर विराजमान हो जाती तो, शहर का कैसा भयावह मंजर होता। ऐसी घटनाएं आये दिन हमें सुनने और देखने को मिलती।