विश्व हिंदू परिषद की दो दिवसीय बैठक प्रराम्भ

विश्व हिंदू परिषद की प्रांतीय दो दिवसीय बैठक 6 जुलाई से 7 जुलाई आज जैन धर्मशाला में प्रारंभ हुई

6 जुलाई प्रात 10:00 बजे बैठक का उद्घाटन सत्र
केंद्रीय संगठन महामंत्री विनायक राव देशपांडे, क्षेत्रीय संगठन मंत्री मनोज वर्मा, प्रात अध्यक्ष रविदेव आनन्द ने दीप प्रज्वलित कर किया।

 

केन्द्रीय महामंत्री विनायक  के मार्गदर्शन बौद्धिक से बैठक प्रारम्भ हुई उन्होंने कहा कि, वर्तमान समय में विश्व हिंदू परिषद की कार्यशैली जो 1964 से हिन्दू समाज के लिये संघर्ष कर उसके मानबिंदुओ की रक्षा हेतु तन-मन से सदैव समर्पित रहता है, एवं पूरे विश्व मे संगठन का कार्य अत्यन्त कुशलता के साथ संगठन के वर्गो मे प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है।

 

उत्तराखण्ड़ प्रदेश व पूरे देश मे शिक्षा के आभाव को समाप्त करने हेतु हजारों एकल विधालय चलाये जा रहे है। जहा से शिक्षा लेने के उपरांत मजबूत शिक्षा का आधार दिया जा रहा है। जहाँ राष्ट्रवादिता की शिक्षा भी उन्हें प्रदान की जाती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन करते हुए कहा कि, संगठन बनाने का मूल उद्देश्य हिंदुओं को संगठित कर मां भारती को विश्व गुरु व हिन्दू राष्ट्र की प्राथमिकता मे लाना है।

 

जो सत्संग, सेवा कार्य व रक्तदान जैसे समाजिक कार्यों से ही बढाने का सदैव से रहा है और आज भी विहिप का मूल आधार सत्संग ही है।

 

जिसके माध्यम लोगों के हर हिन्दू घर तक संगठन पहुंचा है। इसमें और तेजी से बढ़ोतरी लाई है उन्होंने कार्यसमिति की चर्चा करते हुए उत्तराखंड कि, सभी कार्य समितियों खंड प्रखंडो का विवरण और एकल विद्यालय के विस्तृत वर्णन सभी को दिए और लिए और कार्यकर्ताओं से आगामी होने वाले कार्यक्रमों की पूरी रूपरेखा साझा की और कार्यक्रम की रुपरेखा से अवगत कराया ।जिसमें विश्व हिंदू परिषद का हित चिंतक अभियान जो कि अगामी सत्रह नवम्बर से एक दिसम्बर तक वृहत रुप से पूरे भारत में होने वाला है।

 

 

उसकी रूपरेखा के बारे में बताया गया कि कैसे हर परिवार से पन्द्रह वर्ष की आयु से लेकर आगे आयु की कोई सीमा नही जो हर एक अंतिम व्यक्ति को विश्व हिन्दू परिषद के हित चिंतक अभियान का अंग बनाना है। हिन्दू समाज में विश्व हिंदू परिषद के प्रति जितनी आत्मीयता और प्रेम भाव बढा है वह सब उसकी कुशल कार्यशैली और उस मुहिम का नतीजा है । जो सत्संग और सेवा कार्यों के माध्यम से उसने समाज को संगठित कर समाजिक समरसता के उस मूल संबंध को बताया जिसमे हिन्दू समाज को जातिवाद मे कभी न टूटने का मंत्र है। जनसंख्या नियंत्रण कानून जैसे विषयों पर संगठन के पदाधिकारियों ने अपनी बात रखी और इस पर कानूनी प्रकिया शीघ्र हो उसमे संगठन की और से समाज मे जागृति अभियान चलाये जा रहे है।

 

 

प्रांत बैठक मे प्रांत मंत्री विपिन पाण्डेय, प्रांत संयोजक बजरंग दल अनिल सैनी, अनुज वालिया,
प्रांत उपाध्यक्ष प्रदीप मिश्रा, प्रशांत पंडित, कृष्ण गोपाल, दर्जनों प्रांत अधिकारियों के साथ महानगर की कार्यकारिणी जिसमे सर्व व्यवस्था प्रमुख महानगर उपाध्यक्ष नवीन गुप्ता, विहिप अध्यक्ष दर्शन लाल भंम्भ, समय शर्मा, विकास वर्मा, राजेन्द्र राजपूत, श्याम शर्मा, संजीव बालियान, नरेश प्रजापति, मोहन, अजय अरोडा, गौरव ढिंगिया उमेश चानना, कमल बिजलवाण, अमान स्वैडिया, शंशाक, व दर्जनों लोग व्यवस्था में शामिल रहे।