डॉ अनामिका जिन्दल। सचेत और जागरूक रहने की स्वच्छता से ही स्वस्थ जीवन है|
निरोगी काया हज़ार नियामत यह कहावत हम सभी ने सुनी है। किंतु हमें स्वस्थ रहने के लिए क्या करना चाहिए और आम तौर पर हम क्या करते हैं; यह जानना भी आवश्यक है। कटु सत्य है कि आज बहुदा हमारी जीवन शैली में रात देर तक जागना व सुबह देर तक सोए रहना आदत बन गयी है, जो कि अच्छी सेहत के लिए अत्यंत हानिकारक है।
सुबह की सैर आपको नई ऊर्जा प्रदान करती है। शुद्ध ऑक्सीजन न केवल आपके फेफड़ों को स्वस्छ व स्वस्थ रखती है अपितु आपके शरीर की प्रत्येक कोशिका में हीमोग्लोबिन से मिलकर ऑक्सीहिमोग्लोबिन बनाती हैं, जिससे हमारी कोशिकाएं स्वस्थ रहती हैं व हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है।।
इसी प्रकार हम कब, कहाँ और कितना भोजन लेते हैं, इस पर भी हमारे शरीर का स्वस्थ निर्भर करता है। बाजार में उपलब्ध फल, सब्जियां व अन्य खाद्य पदार्थ प्रदूषित हैं या नहीं, यह मात्र देख कर नहीं जाना जा सकता।। आप कहाँ से ले रहे हैं और किस प्रकार उसका उपयोग कर रहे हैं, यह इस पर भी निर्भर करता है। गलत व प्रदूषित भोजन कई प्रकार की बीमारियों को जन्म देता है। इसीलिए आज उत्तम स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोग यथासम्भव organic व pure food की ओर अग्रसर हो रहे हैं। और ऐसा करना भी चाहिए जिससे हमारा स्वास्थ्य उत्तम हो सके।। आप शुद्ध भोजन ग्रहण करेंगे तभी आपका शरीर निरोगी बनेगा।
यथासम्भव फलों व सब्जियों को पोटेशियम पेरमेग्नेट मिले पानी में आधे घण्टे भिगो कर रखने से उनके बाहर का प्रदूषण, केमिकल्स व कीटनाशक तत्व समाप्त हो जाते है। अतः फलों व सब्जियों को इसी प्रकार उपचारित (treat) करके उपयोग में लाना चाहिए।।
साथ ही आजकल फास्टफूड का बहुत चलन है, जिसमें की केमिकल्स, प्रिजर्वेटिवस् आदि पड़े होते हैं, जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत ही ज़्यादा हानिकारक हैं। एक आम बर्गर ही को देखें तो इसमें जो तेल, सब्जियां, मसाले पड़े हैं वे साफ हैं या नहीं- ये हमें नहीं पता। ऐसे ही बाजार के प्रिजर्व फ़ूड, चटनी, अचार आदि के स्थान पर घर और बनी चटनी, अचार, फ़ास्ट फ़ूड आदि कहीं ज़्यादा लाभदायक है, चूंकि हमें पता है कि ये साफ सुथरे प्रकार से बनाये गए हैं। बाज़ार में तो हम मेहनत से कमाए पैसे भी दें रहे हैं और साथ में बीमारियों को अपने साथ आमंत्रित कर रहे हैं। तो आप स्वंय ही सोचें कि क्या सही है और क्या गलत, चूंकि स्वास्थ्य आपका है, निरोगी शरीर भी आपका हक है और कर्तव्य भी।
आगे, हम स्वंय ही अपने स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते है।
सफेद चीनी व सफेद नमक सेहत के लिए अति हानिकारक है। चीनी की जगह खाण्डसारी, ब्राउन शुगर, गुड़ वाली शक्कर का उपयोग करें तथा सफेद नमक के स्थान पर सेंधा नमक का उपयोग करें। एक केमिकल्स से भरी कोल्ड ड्रिंक कोक, पेप्सी, लिम्का आदि में शरीर को हानि पहुंचाने वाले कितने पेस्टिसाइड्स व हानिकारक रसायन पड़े है, ये आसानी से जाना जा सकता है। इसके स्थान पर घर में तैयार नीम्बू पानी, नारियल पानी, छाछ, मट्ठा, दही की लस्सी, फलों व सब्जियों के विभिन्न रस आदि का उपयोग अच्छे स्वास्थ्य के लिए वरदान है।
अंत में मेरी यही सलाह है कि यथासम्भव घर में तैयार खाद्य पदार्थों का ही उपयोग करें, शुद्ध आर्गेनिक खाध पदार्थ खरीदें व उपयोग करें जिससे हम सब उत्तम स्वास्थ्य बनाये रखे व निरोगी जीवन जी सकें।